लखनऊ: आगरा से सटा उत्तर प्रदेश का फतेहपुर सीकरी जिला 2008 में परिसीमन के बाद वर्चस्व में आया था. वर्ष 2008 में इस लोकसभा सीट का परिसीमन हुआ था. वर्ष 2019 में इस सीट पर तीसरे लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. वर्ष 2009 में यहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पहली बार जीत हासिल की और वर्ष 2014 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चौधरी बाबूलाल ने जीत दर्ज की.
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फतेहपुर सीकरी एक एतिहासिक और प्राचीन शहर है. जो वर्ष 1569 में मुगल सम्राट अकबर द्वारा स्थापित किया गया था और वर्ष 1571 से 1585 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी था. ये शहर आगरा से 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. कहा जाता है कि अकबर सीकरी नामक शहर के निवासी संत शेख सलीम चिश्ती के पास गए थे, जिनके आशीर्वाद से अकबर के तीन पुत्र हुए, जिसके बाद अकबर ने सीकरी में एक नया शहर बसाया और अपनी नई राजधानी का नाम फतेहपुर सीकरी (विजय का शहर) रखा. बुलंद दरवाजा और सलीम चिश्ती की दरगाह के कारण ये शहर हमेशा पर्यटकों और आस्था का केंद्र रहा है.
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उत्तर प्रदेश की फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से वर्तमान में भाजपा के चौधरी बाबूलाल सांसद हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव वर्ष 2014 में बसपा के दिग्गज नेता रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय को 1,73,106 मतों से हराया था. वर्ष 2014 के चुनावों बसपा दूसरे, सपा तीसरे और रालोद-कांग्रेस का गठबंधन चौथे नंबर पर रहा था.
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