भोपाल: मध्यप्रदेश से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जी हां टीकमगढ़ में बीती रात एचआईवी पॉजीटिव गर्भवती महिला ने जुड़वाँ बच्चो को जन्म दिया. वहीं बच्चो की हालत नाज़ुक होने की वजह से उन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन जैसे ही अस्पताल की नर्सो ने रिपोर्ट देखी तो, डॉक्टर और नर्स ने उसे हाथ तक नहीं लगाया, जिससे दोनों नवजात शिशुओं की इलाज में हुई देरी के कारण मौत हो गई.
यह मामला टीकमगढ़ जिले के पिपरा गांव का है जहां परिजन जुड़वां बच्चो को रात 10 बजे अस्पताल लेकर गए थे. वहीं बच्चो की रिपोर्ट देखने के बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें वहां से भागा दिया. दरअसल हुआ कुछ यूं था कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर और नर्स ने जांच के लिए नवजातों का ब्लड सैंपल लिया. जिसकी रिपोर्ट में हैपेटाइटिस और एचआईवी के पॉजीटिव लक्षण मिले.
रिपोर्ट देखते ही नर्सों ने महिला के परिजनों से उसे बाहर ले जाने को कहा, वहीं जब इस पर परिजनों ने कहा कि सुबह उसे झांसी ले जाएंगे तो कर्मचारियों ने एक नहीं सुनी. इस मुद्दे पर अस्पताल के डॉक्टर वर्षा राय ने कहा, "दोनों बच्चियां साढ़े 6 महीने की थीं. प्री-मेच्योर डिलीवरी के कारण उनके अंग पूरी तरह से डेवलप नहीं हुए थे. सांस लेने में तकलीफ के चलते उनकी मौत हो गई, फ़िलहाल पुलिस ने पीड़ितों के मुताबिक केस दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है.
पुलिस को देख तालाब में कूदा नाबालिग