HIV एक ऐसी बीमारी है जिसका अभी तक कोई उपचार नहीं था. हालांकि, वर्षों से इसका उपचार तलाश रहे एक्सपर्ट्स अब अपने प्रयास में सफर नजर आ रहे हैं. अमेरिका के एक्सपर्ट्स ने एक नई तकनीक से HIV के तीसरे मरीज तथा पहली महिला का उपचार कर दिया है. डेनवर को एक्सपर्ट्स ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी जानकारी दी. खबर के मुताबिक, एक्सपर्ट्स ने स्टेम सेल ट्रांसप्लांट तकनीक के माध्यम से ये कमाल कर दिखाया है.
क्या है ये नई तकनीक-
HIV से पीड़ित महिला का उपचार एक नई तकनीक से किया गया. इसमें अम्बिलिकल कॉर्ड मतलब गर्भनाल के खून का उपयोग किया गया. इस तकनीक में अम्बिलिकल कॉर्ड स्टेम सेल को डोनर से अधिक मिलाने की भी आवश्यकता नहीं पड़ती है जैसे कि बोन मैरो ट्रांसप्लांट में होता है. वैसे भी HIV रोगियों के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट बहुत अच्छा ऑप्शन नहीं है. ये ट्रांसप्लांट बहुत भयावह होता है इसलिए इससे उन्हीं व्यक्तियों का उपचार किया जाता है जो कैंसर से ग्रसित हों तथा कोई दूसरा रास्ता ना बचा हो.
वही अभी तक पूरी दुनिया में HIV के दो ही ऐसे केस थे जिनमें कामयाबीपूर्वक उपचार हुआ. द बर्निल पेंशेंट के नाम से जाने गए टिमोथी रे ब्राउन 12 वर्षों तक संक्रमण के चंगुल से मुक्त रहे तथा 2020 में कैंसर से उनकी मौत हुई. वर्ष 2019 में HIV से पीड़ित एडम कैस्टिलेजो का भी उपचार करने में सफलता मिली थी.
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