इंडियन टीम के एफआईएच पुरूष हॉकी वर्ल्ड कप से जल्दी बाहर होने से हताश हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने सोमवार को बोला है कि कप्तान हरमनप्रीत सिंह का अनायास खराब फॉर्म चिंता का विषय है लेकिन पेनल्टी कॉर्नर पर गोल नहीं होना ही इंडिया की हार का एकमात्र वजह नहीं है। इंडिया को क्रॉसओवर मैच में न्यूजीलैंड ने पेनल्टी शूटआऊट में मात दी है। निर्धारित समय तक स्कोर 3-3 से बराबर था।
टिर्की ने कहा कि कप्तान या कोच बदलने की बात जल्दबाजी होगी क्योंकि वर्ल्ड कप अभी चल रहा है और इंडिया को 9वें से 16वें स्थान का क्लासीफिकेशन मैच को खेलना है। टिर्की ने कहा कि हरमनप्रीत एफआईएच प्रो लीग में अच्छा खेल रहा था और आस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला में भी उसका प्रदर्शन अच्छा रहा था। हमें उससे काफी अपेक्षाएं थी लेकिन विश्व कप में अचानक उसका फॉर्म खराब होना चिंता का सबब है।
टीम से लंबी मुलाकात करने वाले टिर्की ने बोला है कि टीम में कई उदीयमान ड्रैग फ्लिकर हैं। आधुनिक हॉकी में ड्रैग फ्लिकरों की भूमिका अहम है और हम जिसके मुताबिक रणनीति बनाएंगे। उन्होंने यह भी बोला है कि डेढ़ वर्ष पूर्व ही हमने ओलिम्पिक कांस्य जीता और विश्व कप में क्वार्टर फाइनल में भी नहीं पहुंच पाना निराशाजनक है। 4 मैचों में इंडिया को 26 पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन उनमें से 5 पर ही गोल हो सके और हरमनप्रीत ने 2 गोल भी दागे है। टिर्की ने बोला है कि हमारे पास न्यूजीलैंड के विरुद्ध जीतने का मौका था और हम 3.1 से आगे थे लेकिन जीत नहीं सके। हमने शूटआऊट में भी अवसर भी गंवाए। कहीं न कहीं जीता हुआ मैच हमने उनको दे डाला।
मुख्य कोच ग्राहम रीड ने रविवार को कहा था कि टीम को मानसिक अनुकूलन कोच की आवश्यकता है। टिर्की ने इस बारें में बोला है कि उन्हें यह कोच दिया जाने वाला है। उन्होंने बोला है कि टीम को जो भी चाहिए, हम देंगे। जिस कोच की भी आवश्यकता होने वाली है। भारतीय टीम 26 जनवरी को जापान से पहला क्लासीफिकेशन मैच खेलेगी।
ऑस्ट्रेलियाई ओपन में पदार्पण कर रहे शेल्टन ने फाइनल में बनाया स्थान