होली का त्यौहार आने वाला है और आपने भी इसकी कई रस्मे निभायी होंगी. ये भी देखा होगा होलिका दहन के बाद वहीँ पर होइ की भस्म उड़ाकर धुलेंडी मनाई जाती है और कुछ लोग इसे घर भी लेकर आते हैं क्योकि कई तरह की काहनियाँ इसके पीछे जुडी हुई हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं क्या होता है होली की इस राख से जो लोग इसे घर लेकर आते हैं. ऐसे में चार मान्यताऐं हैं जिनसे हम आपकी रूबरू कराने जा रहे हैं. आइये जानते हैं उनके बारे में.
* कहा जाता है कि होली की भस्म शुभ होती है क्योकि इसमें देवताओं की कृपा होती है. कहते हैं इसे अपने माथे पर लगाने से बुद्धि आती है और भाग्य अच्छा भी होता है.
* इसके बाद ये भी माना जाता है कि इसे शरीर पर लेपने से स्किन से जुडी परेशानी भी खत्म हो जाती है क्योकि इसके दूषित चीज़ों को सोखने की क्षमता होती है.
* कई बार लोग होली की भस्म और जाली हुई आग भी लेकर आते हैं घर. इसके पीछे ये कहा जाता है कि घर को अशुभ शक्तियों से बचाने में ये अगर और रख सहायता करती है.
* कहते हैं इससे बुरी आत्माओं का वास भी नहीं होता, इसलिए कुछ लोग इसे ताबीज में बांध कर गले में पहन लेते हैं जिसे बुरी शक्ति दूर रहती हैं.
आकर लोग इस मन्त्र को भी भस्म लगाते हुए पढ़ते हैं-
वंदितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्मणा शंकरेण च।
अतस्त्वं पाहि मां देवी! भूति भूतिप्रदा भव।।