पटना: नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने नवनियुक्त शिक्षकों की ज्वाइनिंग के लिए एक आदेश जारी किया है, जिसमें स्पष्ट किया गया है कि छठ पर्व के दौरान सभी स्कूल खुले रहेंगे। शासनादेश के मुताबिक नवनियुक्त शिक्षकों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी हैं और इस दौरान प्रधानाध्यापकों को भी छुट्टी नहीं दी जायेगी। बिहार शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया कारण यह है कि नये शिक्षकों का प्रशिक्षण अभी तक पूरा नहीं हुआ है।
बिहार में छठ पूजा के शुभ अवसर पर छुट्टी नहीं? ये क्या तुगलकी फ़रमान है @NitishKumar ? https://t.co/gqOs2bUYHW
— Achal (@achalgautam) November 16, 2023
कक्षा 6 तक के चयनित शिक्षकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, और उनके लिए आवासीय प्रशिक्षण 20 नवंबर से 2 दिसंबर तक होगा। आदेश में प्रशिक्षु शिक्षकों को 19 नवंबर को प्रशिक्षण के लिए रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है, साथ ही 20 नवंबर से प्रशिक्षण स्थल पर सुबह 5 बजे से योग कक्षाएं शुरू होंगी। वहीं, बिहार सरकार के इस आदेश का कई जगह विरोध भी हो रहा है। विरोध करने वालों का कहना है कि यह निर्णय लोगों की भावनाओं की उपेक्षा करता है, क्योंकि छठ पूजा बिहार में एक महत्वपूर्ण त्योहार है। छठ पूजा का शाम का अर्घ्य 19 नवंबर को और सुबह का अर्घ्य 20 नवंबर को है। सरकार के इस कदम से जनता में आक्रोश फैल गया है। लोग कह रहे हैं कि, ईद के समय अलग-अलग इफ्तार परियां देने वाली सरकार ने ऐसा फैसला लेने से पहले लाखों बिहारियों के बारे में सोचा तक नहीं कि छठ पूजा उनके लिए महापर्व है। बता दें कि, ईद के समय सीएम नितीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और उनकी पार्टियों के अलग-अलग नेताओं ने अलग-अलग इफ्तार पार्टियां दी थीं, जिसे तुष्टिकरण की राजनीति के रूप में देखा गया था।
इस बार छठ पर्व पर बिहार में छुट्टी है या नीतीश लालू की इस्लामी सरकार ने वह भी खत्म कर दी नीतीश लालू की सरकार को मुसलमान के वोट चाहिए हिंदु तो यादव कुर्मी ठाकुर ब्राह्मण के खेल में बटा ही रहता है https://t.co/fQ7asStzTq
— M K Agrawal (@ManojAgrawal300) November 10, 2023
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी नीतीश-तेजस्वी सरकार पर बिहार की सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए इस फैसले की आलोचना की है। छठ पूजा उत्सव के दौरान छुट्टी रद्द करने से विवाद खड़ा हो गया है और सांस्कृतिक और धार्मिक अनुष्ठानों के प्रति सरकार के दृष्टिकोण पर चिंता बढ़ गई है। विभिन्न त्योहारों के दौरान छुट्टियों में कटौती बिहार में एक विवादास्पद मुद्दा रहा है, पिछले उदाहरणों में रक्षा बंधन और दुर्गा पूजा के दौरान आलोचना हुई थी। इस बार गुरु नानक जयंती पर छुट्टियां रद्द होने की भी खबर है।
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