दरभंगा जिला के केवटी थाना क्षेत्र में 14 दिसम्बर को हुई होमगार्ड जवान कैलाश यादव की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी, मृतक के गांव क्यामचक के रहनेवाले हैं. सुधीर नाम के शख्स ने कैलाश की हत्या की साजिश रची थी.
गिरफ्त में आए मोहन और धर्मेंद्र ने बताया कि एक वर्ष पूर्व सुधीर गाँव की शादीशुदा महिला जो तीन बच्चों की माँ है, उसके साथ भाग गया था. जब वह वापस आया तो कैलाश यादव के नेतृत्व में हुई पंचायत ने उस पर 50 हजार जुर्माना लगाया और महिला को उसके पति को सौंपने का आदेश दिया. तभी से सुधीर ने बदला लेने की ठान ली थी. इसके लिए उसने मोहन और धर्मेंद्र के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची. मोहन ने 15 हजार रुपये में एक देशी कट्टा सुधीर को दिया.
सुधीर ने दोनों के साथ मिल कैलाश की हत्या की और फिर से महिला को लेकर फरार हो गया. एएसपी दिलनवाज अहमद ने जानकारी दी कि, “हत्याकांड में शामिल दो अपराधियों की गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है. वहीं अन्य नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.” 14 दिसंबर की रात लालबाग प्रधान डाकघर में तैनात होमगार्ड जवान कैलाश यादव की डूयूटी से अपने घर लौटने के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी थी. स्थानीय लोगों ने उसे दरभंगा के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
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