नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आज असम दौरे पर हैं। शाह की एनआरसी की अंतिम सूची जारी होने के बाद पहली यात्रा है। बतौर गृह मंत्री अमित शाह का यह पहला उत्तर - पूर्व दौरा होगा। 31 अगस्त को जारी एनआरसी की अंतिम सूची में जिन लोगों के नाम नहीं आए हैं, उसे लेकर लोगों के बीच खासी बेचैनी का माहौल है। एनआरसी में तकरीबन 19 लाख लोगों के नाम नहीं हैं। गृह मंत्री अमित शाह आठ सितंबर को गुवाहाटी में नॉर्थ ईस्ट काउंसिल (एनईसी) की बैठक में हिस्सा लेंगे।
जहां इस दौरान वे आठ राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों से मुलाकात करेंगे। एनआरसी की सूची आने के बाद, असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और राज्य भाजपा प्रमुख रंजीत कुमार दास ने कहा था कि वे एनआरसी से नाखुश हैं क्योंकि कई वास्तविक भारतीय नागरिकों के नाम शामिल नहीं थे। सरमा और दास दोनों ने कहा था कि वास्तविक भारतीयों के अधिकारों की रक्षा के लिए सरकार द्वारा कुछ विधायी विकल्प लेने की संभावना है।
इससे पहले अमित शाह तीन और चार अगस्त को एनईसी की बैठक में भाग लेने वाले थे, लेकिन बैठक को स्थगित कर दिया गया था। गौरतलब है कि पांच अगस्त को सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का प्रावधान देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया जिसके व्यस्तता के कारण शाह का यह दौरा स्थगित किया गया था। ऐसे में नजरें शाह के इस दौरे पर है। असम बीजेपी में इस एनआरसी को लेकर असंतोष है और नेता कोर्ट की ओर जाने की बात कर रहे हैं।
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