नई दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 में गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर को लेकर उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव के अलावा खुफिया एजेंसियों के प्रमुख शामिल हो रहे हैं. जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद पाकिस्तान द्वारा बार-बार राज्य में शांति भंग करने की कोशिशों के बाद भी 40 दिनों के बाद भी सुरक्षा बलों ने स्थिति पर नियंत्रण बनाया हुआ है.
राज्य प्रशासन और सेना के मुताबिक, नागरिकों पर छिट-पुट आतंकी हमलों और पत्थरबाजी की कुछ घटनाओं के बाद भी कश्मीर घाटी शांतिपूर्ण रही है. संसद ने 6 अगस्त को संविधान की धारा 370 के अंतर्गत जम्मू कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था.
केंद्र सरकार के इस ऐतिहासिक कदम के बाद हिंसा के डर से जम्मू कश्मीर में अभूतपूर्व रूप से सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, जिसमें केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के 28,000 अतिरिक्त सैनिक तैनात कर दिए गए थे. हालांकि, तब से अब तक प्रतिबंधों को काफी हद तक कम कर दिया गया है, किन्तु सुरक्षा बलों ने शांति भंग करने के प्रयासों की बड़ी घटनाओं को अंजाम देने में दुश्मन को कामयाब नहीं होने दिया है.
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