सांस की बीमारी आज लगभग हर तीसरे इंसान को है. इसका कारण प्रदुषण है और कई ऐसी चीज़ें जो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं. इन्ही के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. सांस की बीमारी की सब से बड़ी वजह है लगातार बढ़ता वायु प्रदुषण. अब सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि गावों में भी यह वायु प्रदुषण बढ़ता जा रहा है. बढ़ते वाहनों की संख्या इसकी जिम्मेदार कही जा सकती है.
यदि दुर्भाग्यवाश आपको भी सांस संबंधी बीमारी हो गई है तो इस बात की सम्भावना ज्यादा है कि आप ज्यादा सीढ़ी चढ़ने पर हांफते होंगे या कोई भारी वजन उठाने पर आपकी साँसे फूलने लगती होगी. यदि आपने कभी ऐसा महसूस किया है तो आज ही डॉक्टर से चेकअप करवाए. आप चाहे तो कुछ घरेलु उपाय भी अपना सकते है.
नियमित रूप से पुदीना खाने वालों को सांस की ‘घरघराहट और सरसराहट’ जैसे बामारियों से फायदा मिलता है. पुदीने के तेल की छाती पर मालिस करने से छाती का दर्द भी सही होता है. आयुर्वेदिक सीरप में पुदीने का जमकर इस्तेमाल किया जाता है. अस्थमा में भी लाभ मिलता है.
रोज़ खाएं अखरोट, दवा के रूप में करता है काम