महिलाओं को गर्भधारण के दौरान कई बातों का ख्याल रखना होता है. ऐसे में अचानक से गर्भपात हो जाये तो उस महिला पर क्या गुज़रती है ये वही जान सकती है. बार बार हो रहे गर्भपात से महिलाये शरीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थ हो जाती है. ऐसे में गर्भपात को रोकने के लिए जरूरी नही की दवाओ का ही सहारा लिया जाये घरेलू उपायों की मदद से भी इस समस्या से निजात पाया जा सकता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही नुस्खे बताने जा रहे हैं जो आपके काम आ सकते हैं.
* हरी दूब के पंचांग (जड़, तना, पत्ती, फूल, फल) को पीसकर, उसमें मिश्री व दूध मिलाकर 150-200 ग्राम शरबत के रूप में सुबह-शाम पीने से गर्भपात नहीं होता.
* गाय का ठंडा किया हुआ दूध व जेठीमधु का काढ़ा बनाकर पिलाएं. साथ-साथ इसी काढ़े को नाभि के नीचे के भाग पर लगाएं. इससे गर्भस्राव की संभावना कम हो जाती है.
* अशोक की छाल का क्वाथ बनाकर कुछ दिनों तक सुबह-शाम पिलाने से गर्भवती स्त्री के गर्भस्राव की संभावना नहीं रहती.
* एक पके केले को मथकर, उसमें शहद मिलाकर गर्भवती को खिलाएं. ऐसा करके गर्भपात की संभावना को रोका जा सकता है.
* मूली के बीजों का कपड़छन बारीक चूर्ण और भीमसेनी कपूर को गुलाब के अर्क में मिलाकर गर्भ ठहरने के बाद योनि में कुछ दिनोें तक मलने से बहुत लाभ होता है. अगर किसी स्त्री को बार-बार गर्भस्राव होता है तो उसके लिए यह प्रयोग बहुत ही फ़ायदेमंद है.
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