पीएम नरेंद्र मोदी गुरूवार को ईमानदारी से टैक्स चुकाने वालों के लिए 'पारदर्शी कराधान - ईमानदार का सम्मान' नामक एक मंच का आरंभ करने का निर्णय किया है. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए से होने वाले इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त एवं कॉरपोरेट काम राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी मौजूद रहेंगे.
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पीएम दफ्तर की तरफ से एक विशेष बयान जारी किया गया है. जिसमें कहा गया कि आयकर महकमें के अफसरों एवं पदाधिकारियों के अलावा विभिन्न वाणिज्य मंडलों, व्यापार संघों एवं चार्टर्ड अकाउंटेंट संघों के साथ-साथ जाने-माने करदाता भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. बयान में कहा गया, 'पीएम पारदर्शी कराधान - ईमानदार का सम्मान के लिए जो प्लेटफॉर्म लॉन्च करेंगे वह प्रत्यक्ष कर सुधारों की यात्रा को और भी आगे ले जाएगा.'
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बता दे कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने हाल के सालों में प्रत्यक्ष टैक्स में कई प्रमुख या बड़े बदलाव किए हैं. बीते साल कॉरपोरेट कर की दर को 30 प्रतिशत से घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया गया है. वही, नई विनिर्माण इकाइयों के लिए इस दर को और भी ज्यादा घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया. 'लाभांश वितरण कर' को भी हटा दिया गया. वही, बयान में बताया गया कि कर सुधारों के तहत टैक्स की दरों में कमी करने और प्रत्यक्ष कर कानूनों के सरलीकरण पर फोकस रहा है. आयकर विभाग के कामकाज में दक्षता और पारदर्शिता लाने के लिए भी सीबीडीटी द्वारा कई पहल की गई हैं.लंबित कर विवादों का हल प्रदान करने के मकसद से आयकर महकमें ने प्रत्यक्ष कर 'विवाद से विश्वास अधिनियम, 2020' भी प्रस्तुत किया है. जिसके मुताबिक वर्तमान में विवादों को निपटाने के लिए ऐलान किए जा रहे है.
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