हांगकांग में चीन के राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अमल में आते ही प्रदर्शनकारियों पर गाज गिरी है। इसी दौरान हांगकांग में एक प्रदर्शनकारी की गिरफ्तारी भी की गई है। उसके बाद स्ट्रिक्ट एक्शन में आते हुए हांगकांग पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धमकी दी और सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी है। इस कानून के दौरान पहली गिरफ्तारी की गई। आपको बता दें कि बीजिंग ने मंगलवार को विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को लागू कर दिया गया। इस कानून के लागू होते ही एक स्वतंत्र हांगकांग चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के अधीन परतंत्र हो गया। कानून अस्तित्व में आने के बाद ब्रिटिश उपनिवेश की 23वीं वर्षगांठ के मौके पर हॉंगकॉंग के प्रदर्शनकारियों ने अधिक संख्या में इकट्ठा होकर ने हिस्सा लेकर वार्षिक रैली निकाली।
वही प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस का तेवर काफी स्ट्रिक्ट था। जहा पुलिस ने पहले से ही रैली पर प्रतिबंध लगा रखा है, उसके बाद भी प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली, जिसके बाद पहली बार पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नए कानून का हवाला दिया। उन्होंने स्वतंत्रता का ज्ञान देने वाले एक व्यक्ति की गिरफ्तारी भी की। प्रर्दशनकारियों को रोकते समय हांगकांग पुलिस के हाथ में एक बैंगनी रंग का बैनर भी था जिस में स्पष्ट रूप से लिखा था कि आप लोगो द्वारा जो नारे लगाए जा रहे है या जो नारे झंडे में लिखे है, यह राष्ट्रिय सुरक्षा कानून के तहत अपराध माना जाता है.
तत्पश्चात हांगकांग में बीजिंग समर्थित नेता कैरी लैम ने सौंपने की 23वीं सालगिरह के अवसर पर एक झंडारोहण कार्यक्रम में कहा कि चीनी शासन की वापसी के बाद यह कानून सबसे महत्वपूर्ण है। हांगकांग की स्थिरता के लिए यह अपरिहार्य था। इसकी तत्काल आवश्यकता महसूस की जा रही थी। आगे बताते हुए लैम ने कहा कि यह वही बंदरगाह है, जहां 23 वर्ष पूर्व ब्रिटिश ने हांगकांग को चीन को वापस किया था। ब्रिटेन का आखरी उपनिवेश हांगकांग ही था।
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