सियोल: आज रविवार (29 दिसंबर 2024) की सुबह दक्षिण कोरिया के मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक दर्दनाक विमान दुर्घटना हुई। बैंकॉक से लौट रहे जेजू एयरलाइंस के विमान (उड़ान संख्या 7C2216) ने लैंडिंग के दौरान नियंत्रण खो दिया और रनवे से फिसलकर एयरपोर्ट की बाड़ से टकरा गया। टक्कर के बाद विमान में आग लग गई। इस हादसे में अब तक 85 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई घायल अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं।
विमान में कुल 181 लोग सवार थे, जिनमें 6 चालक दल के सदस्य भी शामिल थे। लैंडिंग के दौरान लैंडिंग गियर की खराबी बताई जा रही है। शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि एक पक्षी विमान से टकराया, जिससे यह समस्या हुई। साथ ही, खराब मौसम ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। हालांकि, जांच पूरी होने के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा।
⚡️DRAMATIC moment South Korean plane with reported 180 passengers becomes a fireball and crashes at airport CAUGHT on cam pic.twitter.com/VdrdavEXgT
— RT (@RT_com) December 29, 2024
घटनास्थल से मिले वीडियो में विमान को रनवे पर फिसलते हुए और कंक्रीट की दीवार से टकराने के बाद आग की लपटों में घिरते देखा गया। इस घटना के तुरंत बाद अग्निशमन और बचाव टीमों ने राहत कार्य शुरू किया। आग बुझाने के लिए 32 दमकल गाड़ियां और कई हेलीकॉप्टर लगाए गए। अब तक दो लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया है, लेकिन मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। दक्षिण कोरिया के अग्निशमन प्रमुख ने बताया कि यह दुर्घटना पक्षी टकराने और खराब मौसम के कारण हुई प्रतीत होती है। राष्ट्रीय अग्निशमन एजेंसी ने बचाव कार्यों के लिए सभी संभव संसाधन जुटाए हैं।
दक्षिण कोरिया में इस समय राजनीतिक संकट भी गहराया हुआ है, क्योंकि कुछ दिन पहले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू पर महाभियोग लगाया गया था। वर्तमान में उप-प्रधानमंत्री चोई सांग-मोक सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। चोई ने इस घटना को लेकर आपात बैठक बुलाई और सभी उपलब्ध संसाधनों से बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए। जेजू एयरलाइंस ने इस घटना पर गहरा दुख जताते हुए पीड़ितों के परिवारों की मदद का वादा किया है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने भी मृतकों और घायलों के प्रति संवेदना व्यक्त की, क्योंकि विमान में दो थाई नागरिक भी सवार थे।
दक्षिण कोरिया के इतिहास में यह घटना अब तक की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक मानी जा रही है। इससे पहले 1997 में गुआम में कोरियन एयरलाइंस की एक उड़ान दुर्घटनाग्रस्त हुई थी, जिसमें 228 लोगों की जान गई थी। जांचकर्ता हर संभव पहलू की गहराई से जांच कर रहे हैं ताकि इस हादसे के पीछे के कारणों को समझा जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।