अंबाला। करीब एक माह तक एक घोड़े को बिना किसी तरह की खुराक दिए एक कमरे में बंद कर रखा गया था। मंगलवार को इसकी मौत हो गई। इसके बाद हंगामा हो गया। अब इस मामले में केंद्रीय महिला एवं बाल विकासमंत्री मेनका गांधी ने हस्तक्षेप किया और इसके बाद नगर निगम आयुक्त ने चार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया। इस मामले में अंबाला के नगर निगम उपायुक्त प्रभजोत सिंह से जवाब मांगा गया है।
सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों में सेनेटरी इंस्पेक्टर फूल कुमार,विनोद बैनीवाल, दरोगा राजकुमार और दर्शन को निलंबित कर दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार उक्त घोड़े से 6 अप्रैल को कुछ लोग घायल हो गए थे। इस घोड़े का आतंक बढ़ जाने के बाद इसे बेहोश कर पकड़ा गया और फिर नगर निगम को सौंप दिया गया लेकिन नगर निगम के अधिकारियों ने इसे एक कमरे में बंद कर दिया।
यह घोड़ा भूखा प्यास था और फिर बाद में इसके मौत हो गई। ऐसे में केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने अधिकारियों की लापरवाही की बात कही और नाराजगी जाहिर की। इसके बाद नगर निगम के आयुक्त ने संज्ञान लिया। उन्होंने इस मामले में एसपी को कार्रवाई का आदेश भी दिया। यह कहा गया कि यदि घोड़ा पागल था तो फिर चिकित्सकों से उपचार करवाया जाना चाहिए था।
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