नई दिल्ली. देश में हर जगह गणतंत्र दिवस की तैयारियां चल रही है. राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतज़ामात किये हुए है. दिल्ली में भी परेड की तैयारी जोरो-शोरो पर है. जानकारी के मुताबिक दर्शको को इस परेड में घोड़े नज़र नहीं आ सकेंगे.
घोड़ों के परेड में नज़र न आने की वजह है उनमे फ़ैल रही ग्लैंडर्स नाम की बीमारी. करीब 1500 घोड़ों को परेड में शामिल किया जाना था लेकिन जांच करने पर इस बीमारी का पता लगा और इन घोड़ों में से सिर्फ 35 घोड़े के ही पॉजिटिव सैंपल पाए गए है. इस परिस्थिति को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने इमरजेंसी बैठक आयोजित की.
ग्लैंडर्स एक लाइलाज बीमारी है ये बीमारी तब ही ख़त्म होगी जब घोड़े की मृत्यु होगी. कुछ दिनों पहले खबर मिली थी की पशुपालन विभाग ने घोड़ों को बेहोशी की दवाई देकर उन्हें ख़त्म कर दिया था. अगर दिल्ली में किसी घोड़े में इस बीमारी के लक्षण नज़र आये तो उन्हें भी ख़त्म कर दिया जाएगा.
यह होती है ग्लैंडर्स बीमारी
ग्लैंडर्स एक संक्रमण रोग है जो की जानवरो और इंसानो में भी हो सकती है. इस बीमारी के बैक्टीरिया सेल्स में प्रवेश लेते है और इन्हे आसानी से किसी दवाई से ख़त्म नहीं किया जा सकता. यह बहुत ही तेज़ी से एक जानवर से दूसरे जानवरों में ऑक्सीजन के जरिये फैलती है. इस बीमारी से घोड़े उठ बैठ नहीं पाते और फिर उनकी मृत्यु हो जाती है. इस बीमारी को ग्लैंडर्स बरखेलाडिया मैलाई कहा जाता है. दिल्ली में होने वाले इस कायक्रम में इस बार कुछ खास होने वाला है. प्रधानमंत्री ने करीब 10 देशो के राष्ट्रप्रमुख को न्योता दिया दिया है.
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