नई दिल्ली। देश के बड़े शहरों में तो सर्व सुविधायुक्त अस्पताल हैं, जहां मरीजों को तत्काल हर तरह का इलाज मुहैया हो जाता है, लेकिन जब हम गांव की बात करते हैं, तो यह एक सपना जैसा लगता है। लेकिन अब यह सपना हकीकत में बदल सकता है। दरअसल, पीएम मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार गांवों, छोटे शहरों में भी अत्याधुनिक सुविधाओं वाले अस्पताल खोलने की तैयारी कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सरकार इसके लिए प्राइवेट अस्पतालों को अच्छी—खासी सब्सिडी देने पर विचार कर रही है।
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सूत्रों ने बताया कि बड़े शहरों की तर्ज पर गांवों और छोटे शहरों में भी सुविधा संपन्न अस्पताल खोले जाएं, जिससे वहां के मरीजों को अपने इलाज के लिए शहर न भागना पड़ा, इसके लिए मोदी सरकार ने एक योजना बनाई है। इस योजना के तहत सरकार प्राइवेट अस्पताल खोलने वालों को सब्सिडी दे सकती है। इतना ही नहीं इस क्षेत्र के प्राइवेट प्लेयर्स को सरकार सिंगल विंडो क्लीयरेंस और रियायती दरों पर लोन देने पर भी विचार कर रही है। योजना के अनुसार, मैक्स, फोर्टिस, अपोलो, मेदांता जैसे अस्पताल अगर गांवों में खोले जाते हैं, तो सरकार इन्हें बनाने में लगने वाली कुल लागत का 40 फीसदी खर्च खुद वहन करेगी।
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गांवों में खुलें अस्पताल तभी मिलेगी छूट
केंद्र सरकार की योजना के अनुसार, प्राइवेट अस्पतालों को तभी यह छूट दी जाएगी, जब यह अस्पताल टियर 2, टियर 3 और टियर 4 शहरों में खोले जाएंगे। सूत्रों ने बताया कि योजना के तहत केंद्र सरकारों ने राज्यों से अस्पताल बनाने के लिए जमीन को चिन्हित करने को भी कहा है। सूत्रों के अनुसार, सरकार की योजना के अनुसार, जो प्राइवेट प्लेयर्स यह अस्पताल बनाना चाहते हैं, उनके लिए फायर सेफ्टी सर्टिफिकेट सहित सभी सुविधाएं जल्द मंजूर की जाएंगी और अगर मंजूरी में देरी हुई, तो एक तय समय के बाद फाइल अपने आप मंजूर मान ली जाएगी और प्राइवेट इंवेस्टर्स अस्पताल का निर्माण शुरू कर सकेंगे।
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