गुवाहाटी: पश्चिम बंगाल में आए रेमल तूफान के प्रभाव से असम में भी जनजीवन प्रभावित हुआ है। अफसरों ने कहा कि चक्रवात रेमल के प्रभाव की वजह से मंगलवार को तेज हवाओं के साथ हुई भारी वर्षा ने असम में तबाही मचा दी। इससे एक 17 वर्षीय लड़के की मौत हो गई तथा कई लोग चोटिल हो गए। प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, मोरीगांव जिले के दिघलबोरी में ऑटो-रिक्शा पर एक पेड़ गिरने से कॉलेज छात्र की मौत हो गई। मृतक की पहचान कौशिक बोरदोलोईके रूप में हुई। उस ऑटो में सवार 4 अन्य लोग भी चोटिल हो गए।
वहीं तूफान की वजह से सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक स्कूल बस पर एक पेड़ गिर गया तथा 12 बच्चे चोटिल हो गए। सभी को स्थानीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि खराब मौसम अभी आगे भी जारी रहने की आशंका है। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, 'मैंने अफसरों को जल्द से जल्द आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया है। नागरिकों से अनुरोध है कि जब तक कोई आपात स्थिति न हो, वो घर से बाहर न निकलें और सुरक्षित रहें। हम स्थिति पर निरंतर नजर रख रहे हैं।' बता दें कि तेज हवाओं की वजह से गुवाहाटी सहित प्रदेश भर में कई स्थानों पर पेड़ उखड़ गए। अफसरों ने बताया कि निचले हिस्से में बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई तथा कस्बों से जलजमाव की खबरें भी सामने आई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, रेमल तूफान के कारण कामरूप (मेट्रो), धुबरी, गोलपारा, कामरूप, मोरीगांव, नागांव, सोनितपुर एवं दिमा हसाओ जैसे जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। खतरे को देखते हुए अगले आदेश तक मोरीगांव, नागांव एवं दिमा हसाओ में स्कूल और अन्य शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात के प्रभाव के रूप में प्रदेश भर में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। खराब मौसम के कारण गुवाहाटी, जोरहाट, तेजपुर, मोरीगांव, धुबरी, गोलपारा, दक्षिण सालमारा, बारपेटा, कछार एवं करीमगंज जिलों में नौका सेवाएं को भी बंद कर दिया गया है। अफसरों ने कहा कि मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए NDRF एवं SDRF की टीम अलर्ट पर हैं।
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