नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित RAU'S IAS कोचिंग सेंटर में 27 जुलाई को एक दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हुआ, जिसमें दो छात्राओं और एक छात्र की जान चली गई। बारिश के कारण सड़क पर जमा पानी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में भर गया। हादसे के समय लाइब्रेरी में 30 छात्र मौजूद थे, जिनमें से 27 बाहर निकलने में सफल रहे, जबकि तीन फंस गए तथा उनकी मौत हो गई। इस घटना से संबंधित कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जो इस हादसे की गंभीरता को उजागर करते हैं।
वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि बारिश के बाद RAU'S IAS कोचिंग सेंटर के बाहर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जो बाढ़ जैसी नजर आ रही है। वीडियो में कोचिंग सेंटर का एंट्री गेट दिखाई दे रहा है, जहां से सड़क पर जमा पानी को बेसमेंट में प्रवेश करने से रोका गया था। आदर्श रूप में, बारिश के तुरंत बाद बेसमेंट की लाइब्रेरी को बंद करके छात्रों को बाहर निकाल दिया जाना चाहिए था, मगर ऐसा नहीं किया गया। एक अन्य वायरल वीडियो में एक एसयूवी कोचिंग सेंटर के बाहर से गुजरते हुए नजर आ रही है। एसयूवी के गुजरने से सड़क पर भरे पानी में लहरें उठ गईं, जिससे कोचिंग सेंटर के गेट पर दबाव पड़ा और गेट टूट गया। इससे बाहर जमा पानी तेजी से कोचिंग सेंटर के अंदर भरने लगा। वीडियो में लोग शोर मचाते हुए सुनाई दे रहे हैं, जब एसयूवी के गुजरने से पानी में उफान आया।
दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में एक IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की दर्दनाक मौत, जिसमें एक राजस्थान की
— Bhanu Nand (@BhanuNand) July 28, 2024
श्रेया यादव है
इस घटना का जिम्मेदार कौन?
दिल्ली सरकार या कोचिंग स्टाफ#RajenderNagar #Delhi #UPSCaspirants pic.twitter.com/c649pKWpZP
RAU'S IAS कोचिंग सेंटर का एक अन्य वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि बेसमेंट में तेजी से पानी भर रहा है तथा कई छात्र बाहर निकलते हुए भीग रहे हैं। इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। कुछ छात्रों ने बताया कि एक हफ्ते पहले भी बारिश के दौरान सड़क पर कमर तक पानी भर गया था, मगर इसके बाद भी छात्रों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया। दिल्ली पुलिस ने RAU'S IAS कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया है। दुर्घटना में जान गंवाने वाले छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश की 25 वर्षीय श्रेया यादव, तेलंगाना की 25 वर्षीय तान्या सोनी, और केरल के 28 वर्षीय नेविन डाल्विन के रूप में हुई है। दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कराने वाले अधिकांश कोचिंग संस्थान छात्रों से एक साल के लिए 2 लाख रुपये या उससे अधिक फीस लेते हैं, लेकिन सुरक्षा के मामले में केवल दिखावा करते हैं।
इसके अतिरिक्त, 22 जुलाई को एक UPSC अभ्यर्थी ने सड़क पर भरे पानी से बचने के लिए पास लगे लोहे के गेट को पकड़ा, जो बिजली के खुले तारों के संपर्क में था तथा करंट लगने से उसकी मौत हो गई। 29 जून को उत्तर पश्चिमी दिल्ली के समयपुर बादली में बारिश के पानी से भरे सिरसपुर अंडरपास के पास दो लड़कों की डूबने से मौत हो गई थी। 28 जून को दिल्ली में मानसून की पहली बारिश के दौरान पूरे शहर में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिसमें ओखला इंडस्ट्रियल एरिया में पानी से भरे अंडरपास में 60 वर्षीय व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई थी। इसी दिन शालीमार बाग में एक अंडरपास में जमा पानी में 20 वर्षीय लड़का डूब गया था।
कोचिंग सेंटरों में पहले भी हो चुकी हैं घटनाएं
उत्तर पश्चिम दिल्ली के मुखर्जी नगर में 15 जून 2023 को एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर में आग लग गई थी, जिसमें 61 छात्र घायल हो गए थे। कई छात्र रस्सियों और तारों की मदद से बिल्डिंग से बाहर निकले, कुछ ने जान बचाने के लिए ऊंचाई से कूदने का निर्णय लिया था। इस कोचिंग सेंटर में आपातकालीन निकासी की कोई व्यवस्था नहीं थी और फायर सेफ्टी के उपाय भी अनुपस्थित थे। पूर्वोत्तर दिल्ली के भजनपुरा में 25 जनवरी 2020 को एक कोचिंग सेंटर की दो छतें गिर गई थीं, जिसमें चार छात्रों समेत 5 लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए थे। यह हादसा जर्जर इमारत के कारण हुआ था।
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