जर्मनी की एक रिपोर्ट में कोरोना संक्रमण की बढ़ोत्तरी को लेकर चौकाने वाले आंकड़े सामने आए है. जिसमें अर्थव्यवस्था को पुन: खोलने से पहले वायरस प्रजनन की दर को समझने की बात कही गई है. आखिर क्या होता है वायरस प्रजनन दर और लॉकडाउन खोलने से पहले क्यों समझना है जरूरी, यह बात हम आपको आगे बताने वाले है.
क्या है वायरस प्रजनन दर
वायरस की प्रजनन दर, या आरओ (स्पष्ट आर-शून्य), इसके फैलाव को समझने का एक उपाय है, जिसमें प्रत्येक मामले में सामने आए नए संक्रमणों की संख्या का विश्लेषण किया जाता है.
कैसे समझ सकते है प्रजनन दर
एक से कम की प्रजनन दर का मतलब है कि कोरोना का प्रकोप कम है. क्योकि संक्रमित व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को कम संक्रमित कर रहा है.
एक से ऊपर यानी RO का मतलब है कि वायरस तेजी से फैल रहा है. साथ ही, संक्रमण एक कोरोना मरीज से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में तेजी से फैल रहा है. एक से ऊपर RO होने पर अस्पताल और हेल्थकेयर सिस्टम भी कोरोना वायरस की भीषण चपेट में आ सकते है.
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