चेन्नई: तमिलनाडु की दिवंगत सीएम जे जयललिता की मौत से संबंधित जांच रिपोर्ट राज्य के CM एमके स्टालिन को सौंप दी गई है। यह रिपोर्ट रिटायर्ड जस्टिस अरुमुघस्वामी ने मुख्यमंत्री स्टालिन को सौंप दी है, जिन्हें पूर्व सीएम जयललिता की मौत की जांच का जिम्मा सौंपा गया था। अरुमुघस्वामी ने 590 पन्नों में जयललिता की मौत की रिपोर्ट स्टालिन को सौंपी है। बता दें कि जयललिता की मौत के बाद कई तरह के सवाल खड़े हुए थे। कहा जा रहा था कि उनके उपचार में लापरवाही बरती गई, जिससे उनका देहांत हो गया।
उल्लेखनीय है कि, जयललिता वर्ष 2016 (सितंबर) में बीमार पड़ी थीं। उनका 2 माह से अधिक समय तक चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में उपचार चला था। जबकि 5 दिसंबर 2016 को उनकी मौत हो गई। CM स्टालिन को रिपोर्ट को सौंपने के बाद अरुमुघस्वामी ने एक बयान में कहा है कि, ‘इस जांच के मामले में कम से कम 158 गवाहों और याचिकाकर्ताओं से पूछताछ की गई। कुछ लोगों ने कहा कि मैंने जांच को घसीटने का प्रयास किया।’ उन्होंने कहा कि, ‘यह जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी है या नहीं, इस पर फैसला सरकार को लेना है।’ अरुमुघस्वामी ने आगे कहा कि अपोलो हॉस्पिटल और शशिकला ने जांच में पूरा सहयोग किया है।
अरुमुघस्वामी ने कहा कि, ‘सबसे पहले मैं आयोग पर विश्वास जताने और मुझे आगे बढ़ने की अनुमति देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय का धन्यवाद करता हूं। दूसरा, मैं राज्य सरकार को धन्यवाद देता हूं। क्योंकि सरकार ने शीर्ष अदालत के समक्ष कहा कि उसे आयोग पर भरोसा है। मेरी तरफ से कोई देरी नहीं हुई है। मैंने अपना काम 13 महीने के भीतर पूरा किया है।’ बता दें कि जयललिता की मौत के बाद सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर गत वर्ष (30 नवंबर 2021) दिल्ली AIIMS के 6 डॉक्टरों का एक पैनल बनाया गया था। यह पैनल न्यायमूर्ति अरुमुगास्वामी कमीशन की मदद के लिए बनाया गया था।
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