नई दिल्ली: नोटों पर लक्ष्मी-गणेश की तस्वीर लगाए जाने की मांग पर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मांग पर अन्य सियासी दल भी सहमत नहीं है। इसके साथ ही अब साधु-संतों की ओर से भी बयान जारी किए गए हैं। काशी के संत समिति ने नोट पर देवी-देवताओं की तस्वीर लगाए जाने की मांग पर आपत्ति व्यक्त की है।
दिल्ली के सीएम के द्वारा देश की मुद्रा पर लक्ष्मी-गणेश की फोटो छापने की मांग पर काशी में अखिल भारतीय संत समिति ने नाराजगी व्यक्त की गई है। समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला एवं कहा कि पूरे दिल्ली को शराबी बनाने वाले सीएम अरविंद केजरीवाल यदि आपको ऐसा लगता है कि शराब की बिक्री के पश्चात् मिले पैसों पर बनी गणेश लक्ष्मी के फोटो वाले नोट को गल्लों में रखा जाए तो यह हमें स्वीकार नहीं है।
आगे उन्होंने कहा कि हम सनातनियों को बड़ा आश्चर्य हुआ कि अचानक हिंदुओं के प्रति आपके मन में प्रेम कैसे आ गया? आप चाहते हैं कि गौरी गणेश की फोटो को नोट पर छाप दी जाए, मगर हम ऐसा नहीं चाहते। क्योंकि इस देश का संविधान सेक्युलर है। सभी के आराध्य और पूजा हमारे लिए भी पूज्य है। स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि यदि आपको लगता है कि हिंदुत्व के लिए आपके मन में प्रेम है तो दिल्ली सरकार के खर्चे पर मौलाना को दिए जा रहे वेतन को रोक दीजिये। हम भी देखना चाहते हैं, आपके हिंदुत्व वाले चेहरों को। यदि ऐसा नहीं कर सकते हैं तो मौलानाओं के वेतन के समान ही दिल्ली के मंदिरों में पुजारियों को भी वेतन दीजिए, तभी आपके प्रेम का परीक्षण हो पाएगा।
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