आप सभी को बता दें कि हिंदू धर्म में गायत्री मंत्र का बहुत महत्व है ऐसे में शास्त्रों में इसे अन्य सभी देवी-देवताओं के मंत्रों से शक्तिशाली माना जाता है. कहते हैं इसी मान्यता के चलते हर कोई इसका जाप करता है ताकि उसे इस मंत्र का शुभ फल प्राप्त हो सके. ऐसे में कहते हैं जो इस मंत्र का उच्चारण तो करते हैं उनके लिए सब कुछ आसान हो जाता है लेकिन कई लोगों को इस पाठ को करने की सही विधि नहीं पता होती. इसी कारण से उन्हें इसके शुभ नहीं लेकिनअशुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं. वहीं ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है विद्यार्थियों के लिए इस मंत्र का जाप करना बहुत फायदेमंद होता है लेकिन अगर इसे नियमानुसार किया जाए तो ही देवी की कृपा प्राप्त होती है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं इससे जुडी कुछ ख़ास बातें. कहा जाता है गायत्री मंत्र का प्रयोग जीवन के हर क्षेत्र में सफलता के लिए किया जा सकता है और विद्यार्थी अगर इस मंत्र का नियम अनुसार 108 बार जाप करें, तो सभी प्रकार की विद्या प्राप्त करने में आसानी होती है. इसी के साथ ऐसी मान्यता है कि सच्चे मन व विधि पूर्वक गायत्री मंत्र का प्रयोग जीवन के लिए कल्याणकारी साबित होता है और इसके जाप से सब कुछ आसान हो जाता है.
गायत्री मंत्र- ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्.
इन तीन समय में किया जाना चाहिए इस मंत्र का जाप-
पहला समय- कहते हैं इसका जाप हमेशा सूर्योदय से थोड़ी देर पहले शुरू करें और सूर्योदय के थोड़ी देर बाद तक कर इसका उच्चारण किया जा सकता है.
दूसरा समय - कहा जाता है इसका उच्चारण दोपहर के समय में भी कर सकते हैं.
तीसरा समय- कहते हैं सूर्यास्त से पहले इसका जाप शुरू करें और सूर्यास्त के थोड़ी देर बाद तक करें तो आपको लाभ होगा.
कैसे करें जाप- इसके लिए रुद्राक्ष की माला लें और आप सभी को बता दें किसी भी मौन रहकर गायत्री मंत्र का जाप समय किया जा सकता है. इसी के साथ यह ध्यान रखें ऊंचे स्वर में कभी न करें इसका जाप न करें.
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