उदासी मानसिक अवस्था के कारण होती है, यह केमिकल इम्बैलेंस होने के कारण होता है. ब्रेन में एक बीटा एंडॉर्फिन नामक केमिकल होता है जो मनोभावों को प्रभावित करता है. जब भी यह केमिकल पूरा नहीं बनता तब उदासी छा जाती है. नकारात्मक सोच भी उदासी का प्रमुख कारण है.
यदि आप उदास है तो कुछ समय अकेले बिताएं. अकेले समय बिताने से आपके मन में हर तरह के भाव आएंगे. सुबह और शाम के समय अकेले सैर भी कर सकते है. जब भी उदास महसूस करे, दोस्तों से संपर्क बनाएं. आपके दोस्त जो सुख-दुःख में साथ रहते है, उन्हें अपनी उदासी का कारण जरूर बताएं. नियमित रूप से योग और व्यायाम करना शुरू कर दीजिए. लंबी सांस लेने वाले व्यायाम करने से मनोभावों के आवेग में आने की संभावना कम होती है, जिसके बाद आप अपनी उदासी के बारे में आसानी से बात कर सकते है.
अपनी उदासी का कारण जानने के लिए खत भी लिख सकते है. इससे भी आपको अच्छा लगेगा. मोबाइल से मैसेज के जरिये भी अपनी उदासी बता सकते है. मनोभावों पर काबू रख अपनी बात को अच्छे तरीके से बताया जा सकता है.
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