नई दिल्ली: कॉलेज ख़त्म करने के बाद व्यक्ति के मन में सबसे पहले यह सवाल आता है कि अब आगे क्या करे, कुछ सरकारी नौकरियों की तैयारी में लग जाते है, तो कुछ प्राइवेट जॉब में ही अपना करियर बनाने की सोचते है, अपने भविष्य की यह चिंता अक्सर युवाओ की डिप्रेशन का शिकार बना देती है, जिसकी वजह से हमे अक्सर आत्महत्या जैसी खबरे सुनने को मिलती है.
इस स्थिति में व्यक्ति को एक ऐसे साथ की ज़रूरत होती है, जो उसे सपोर्ट करे, यह सपोर्ट माता पिता का भी हो सकते है, या फिर किसी मित्र का. जब आपके पुत्र या पुत्री या फिर किसी दोस्त को वह मुकाम नहीं मिल पा रहा है जो वो चाहता है. उस स्थिति में आप उसे मोटिवेट करे, और किसी जॉब करने वाले व्यक्ति की उसके सामने चर्चा न करे क्योकि उस स्थिति में वह व्यक्ति उस बात को अपने ऊपर ले सकता है, और खुद का कम्पेयर किसी सक्सेसफुल पर्सन से करने लग जाता है, जिससे वह डिप्रेशन का शिकार होना शुरू जाता है
अक्सर ऐसा भी देखा जाता है कि जब किसी अनसक्सेस पर्सन से किसी सक्सेसफुल पर्सन की बात की जाए तो उसमे उसके प्रति ईर्ष्या हो जाती है, जिससे वो अंदर ही अंदर घुटने लग जाता है और डिप्रेशन का शिकार हो जाता है,
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