हम सभी जानते हैं कि ईश्वर है तो भुत भी है. ऐसे में कई बार हमारा घर बुरी शक्तियों या नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आ जाता है और इनसे बचने के लिए कई जतन किए जाते हैं. ऐसे में इन बुरी शक्तियों के प्रभाव के कारण घर में रहने वाले सदस्यों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे हमेशा बीमार रहने लगा हैं. जी हाँ, अब ऐसे में इस भूत प्रेत बाधा के निवारण के लिए अमावस्या का दिन शुभ माना जाता है और आज हम इस लेख में कुछ ऐसे उपायो के बारे मे बता रहें हैं जिन उपायों को करने से नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव से स्वयं को व घर को बचाया जा सकता है. जी हाँ, पहले तो आपको बता दें कि आने वाली 4 मई के दिन शनिवार के साथ ही शनि अमावस्या भी हैं और इस दिन इस उपाय को करने से लाभ मिलेगा.
उपाय - इसके लिए अमावस्या की सुबह स्नान करने के बाद मेहंदी में पानी मिलाकर एक चार मुख वाला दीपक बना लें और उसके बाद इस दीपक में चार तेल की बाती डाल कर उस में 7 साबूत उड़द की दाल, थोडा सा सिंदूर, थोड़ी दही, एक निम्बू को दो हिस्सों में कटकर उसे भी इस दीपक में डाल दें. अब भैरव जी की मूर्ति और शिवजी की मूर्ति के सामने दीपक को रखकर भगवान की पूजा करें. ध्यान रहे कि भैरव और शिवजी की पूजा करने के बाद इस दीपक को जला कर महामृत्युंजय मन्त्र की एक माला का जाप करें और बटुक भैरव के स्त्रोत का पाठ करने के बाद शिवजी से तथा भैरव जी से अपने घर के सदस्यों के लिये प्रार्थना करना नहीं भूलना है.
वहीं प्रार्थना करने के बाद दीपक को किसी सूखे कुएं में निम्बू के साथ डाल दे और दीपक को कुएं में डालने के बाद पीछे मुड़कर न देखें और सीधे घर वापिस आकर ही रुके. वहीं घर पहुँचने के बाद एक ब्राह्मण को भोजन करा दें और उसे अपनी सामर्थ का अनुसार दक्षिणा और वस्त्र का दान दें. कहा जाता है इस उपाय को करने के बाद घर से भूत - प्रेत की बाधा भाग जाती है.
4 मई को है शनि अमावस्या, करें यह उपाय