मिली जानकारी के मुताबिक़ बताया जा रहा है की जिस तरह मेडिकल के लिए सिंगल नेशनल एंट्रेंस टेस्ट लिया जाता है उसी तरह इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय सिंगल एंट्रेंस टेस्ट लागू करने की योजना बना रही है.जिससे टेस्ट के माध्यम से एडमिशन प्रक्रिया होगी। उम्मीदवार के चयन के लिए मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी और उसी आधार पर आगे की प्रक्रिया होगी.
सूत्रों के मुताबिक़ बताया जा रहा है की , प्रकाश जावड़ेकर ने इस पर बहुत सी बैठक की हैं. इन मीटिंग्स में यह चर्चा की गई है कि इंजीनियरिंग के लिए राष्ट्रीय स्तर का एक पेपर आयोजित किया जाएऔर यह 2018 से आरंभ हो जाए.,साथ ही साथ इस क्षेत्र पर काफी विचार किया गया
मंत्रालय से जुड़े एक व्यक्ति ने कहा कि जो छात्र इंजीनियरिंग पढ़ने के लिए हर साल कई टेस्ट देते हैं, उनकी सुविधा के लिए एक टेस्ट आयोजित करने की योजना है.
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है जब मंत्रालय इंजीनियरिंग के लिए सिंगल एंट्रेंस टेस्ट की बात कर रहा है. इस तरह की कोशिश वर्ष 2012 में कपिल सिब्बल भी कर चुके हैं. पर उन्हें सफलता नहीं मिली थी क्योंकि देश के IIT संस्थानों ने इसे नहीं माना था.
कोन्जोरटियम ऑफ मेडिकल, इंजीनियरिंग एंड डेंटल - 7 मई को होगा एंट्रेंस टेस्ट