शीतलहर के दौरान कैसे रखें बच्चों का ख्याल ? पढ़ें एक्सपर्ट्स की सलाह

शीतलहर के दौरान कैसे रखें बच्चों का ख्याल ? पढ़ें एक्सपर्ट्स की सलाह
Share:

नई दिल्ली: उत्तर भारत में इन दिनों शीत लहर का प्रकोप चरम पर है। ऐसे मौसम में सबसे अधिक परेशानी शिशुओं व बच्चों के लालन-पालन में होती है। ठंड के मौसम में जन्म लेने वाले बच्चों के लिए खास सावधानी बरतनी चाहिए। नवजातों की प्रतिरोधक क्षमता कम रहती है। ऐसे में जरा सी भी लापरवाही महंगी पड़ सकती है। ठंड के वक़्त बच्चों के शरीर के तापमान को स्थिर रखने के लिए 'कंगारू मदर केअर' काफी सहायक साबित होता है। वहीं, ऐसे मौसम में बच्चों को सुबह और शाम के दौरान घर से बाहर ले जाने से बचना चाहिए। जिससे बच्चों को ठंड से बचाया जा सके।

शिशु रोग विशेषज्ञ बताते हैं कि ठंड के दौरान जन्म ले रहे शिशुओं को खास ध्यान रखने की जरूरत है। इस कोरोना महामारी के दौरान शिशुओं के संक्रमित होने की आशंका अधिक रहती है। शिशु को जन्म के बाद मां से मिलने वाला पहला आहार, माँ का पहला गाढ़ा दूध है, जिसमें कई तरह के जरूरी खनिज एवं पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में रहते हैं, जो शिशु की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ ही उनके मानसिक और शारीरिक विकास में भी सहायता करते हैं। अपनी पोषण क्षमताओं की वजह से ही यह पहला गाढ़ा दूध पीला या नारंगी रंग का होता है। जिसे नवजात का पहला टीका भी कहा जाता है, जो नवजातों को भविष्य में होने वाले कई रोगों से बचाता है। यह गाढ़ा दूध नवजात को कई किस्म की बीमारियों से भी बचाव करता है। 

विशेषज्ञ बताते हैं कि, नवजातों शिशुओं व छह महीने तक के बच्चों के रोग प्रतिरोधक क्षमता में विकास के साथ उनके लिए ठंड से लड़ने में भी मददगार होता है। शिशुओं को निरंतर छः माह तक उनकी मां का दूध जरूर मिलना चाहिए। नवजात के शरीर में हो रहे तमाम तरह के मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए जरुरी है कि उन्हें माँ का दूध मिलता रहे। इस वक़्त नवजात सिर्फ अपनी माँ के दूध पर ही पूरी तरह निर्भर रहते हैं। इस कोरोना महामारी के दौरान नवजातों की प्रतिरोधक क्षमता को बरक़रार रखने में भी मां के दूध अहम भूमिका निभाता है। गाढ़ा दूध के बाद भी माँ से मिलने वाला दूध नवजात के पोषण की सभी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम रहता है। ऐसे में जरूरी है कि कोराना महामारी के दौरान अगर बगैर किसी बाहरी स्पर्श के मां का दूध नवजातों को मिलता है तो उनके संक्रमित होने की आशंका कम हो जाती है। साथ ही उनका पोषण भी बना रहता है।

3 दिन बढ़ेगी शीतलहर, जानिए इससे बचने के 7 खास उपाय

कोविड -19 सियोल: 2,109 छात्रों ने कोविड का परीक्षण सकारात्मक किया

कोविड अपडेट : भारत में 5,326 नए मामले

 

Share:

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -