कोलकाता: पश्चिम बंगाल में रामनवमी (30 मार्च) के मौके पर हावड़ा और उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर में शोभायात्रा को टारगेट किया गया। पत्थरबाज़ी के बाद हिंसा और आगजनी जैसी वारदातें भी हुईं हैं। शुक्रवार (31 मार्च) को भी हावड़ा में हिंसा हुई। यहाँ जुमे की नमाज के बाद भीड़ ने पथराव किया। दूसरी ओर बंगाल में हिंसा की घटनाओं को लेकर नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल की है। वहीं भाजपा नेता सुकांता मजूमदार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को भी पत्र लिखकर हिंसा की जानकारी दी है।
Howrah after Jumma Namaz ???????? pic.twitter.com/1W130NHTpC
— Facts (@BefittingFacts) March 31, 2023
शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर पर लिखा कि, 'मैंने कलकत्ता हाई कोर्ट में हावड़ा और नॉर्थ दिनाजपुर के डालखोला में रामनवमी के जुलूसों पर हिंसा और हमले की घटनाओं के संबंध में एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल की है। मैंने अदालत से हालात पर काबू पाने और बेकसूर लोगों के प्राणों की रक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती और हिंसा के मामलों की NIA जाँच कराने की माँग की है।' अपने अगले ट्वीट में मजूमदार ने बताया है कि कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने जनहित याचिका दायर करने की अनुमति दे दी है। इसे सोमवार (3 अप्रैल) को लिस्ट में सबसे ऊपर रखने का निर्देश दिया है। उनके अलावा बंगाल भाजपा प्रमुख मजूमदार ने केंद्रीय गृह मंत्री को एक पत्र भी लिखा है। इसमें भी उन्होंने केंद्रीय जाँच एजेंसियाँ जैसे NIA से मामले में जाँच करने के लिए कहा है।
"Nara e takbir" and "∆lla hu ∆kbar" slogans raised by peacefools before their regular stone pelting ceremony, in Shibpur, Howrah pic.twitter.com/yZpDDpGVrJ
— The Right Wing Guy (@rightwing_guy) March 31, 2023
बता दें कि बंगाल में दूसरे दिन भी कट्टरपंथियों की ओर से पथराव और हिंसा की गई। शुक्रवार यानी जुमे के दिन (31 मार्च) हावड़ा में पथराव किए जाने के कई वीडियो सामने आए। एक वीडियो में लोगों का एक गुट दिखाई दे रहा है और सड़क पर भारी मात्रा में ईंट-पत्थर बिखरे हुए नज़र आ रहे हैं। बता दें रामनवमी के दिन इस्लामपुर शहर के डालखोला इलाके में दो समुदायों में संघर्ष हो गया था। जिसके बाद मुस्लिम बहुल इलाके में हुई झड़प में एक शख्स की मौत हो गई थी, जबकि 5-6 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। बता दें कि, सूबे की सीएम ममता बनर्जी ने रामनवमी के पहले ही हिन्दुओं को चेतावनी देते हुए कहा था कि, मुस्लिम इलाके से रैली मत निकालना, हिंसा भड़क जाएगी, मुस्लिम रमज़ान में कोई गलत काम कर ही नहीं सकते। जिसके बाद ऐसा माना गया था कि, सीएम ममता के इसी बयान से कट्टरपंथियों का हौसला बढ़ा और रामनवमी की शोभायात्रा पर हमला हुआ।
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