शिमला : हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में भूख हड़ताल कर रहे छात्रों में से एक छात्र बेहोश हो गया। इसके बाद उसे आईजेएमसी रेफर करना पड़ा। पिछले 30 दिनों से एचपी यूनिवर्सिटी में छात्र-छात्राएं क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठे हुए है। इसी दौरान जब एक छात्र बेहोश हो गया तो एसएफआई के कार्यकर्ताओँ ऩे कैंपस में खूब हंगामा किया।
गुरुवार को तीन छात्र हड़ताल पर बैठे हुए थे, इसी में से एक छात्र सतीश की शुक्रवार की दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और वह बेहोश हो गया। कुछ एसएफआई कार्यकर्ता पहले तो उसे विवि के हेल्थ सेंटर ले गए। इसके बाद तबीयत ज्यादा बिगड़ने की स्थिति में उन्हें आईजीएमसी रेफर कर दिया गया।
जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। दरअसल एसएफआई का आरोप है कि प्रशासन छात्रों की सुध नहीं ले रही है। परिसर के अध्यक्ष नोवेल ठाकुर का कहना है कि विवि प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। रुसा प्रणाली के कारण हजारों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है, लेकिन प्रशासन इसे वापस लेने को तैयार नहीं है।
छात्रों का कहना है कि विवि छात्रों से फीस की मोटी रकम तो वसूल रहा है, लेकिन उन्हें कोई सुविधा नहीं दे रहा है। सचिव विपिन शर्मा ने आरोप लगाया है कि छात्रावासों में पिछले पांच दिन से पानी नहीं आ रहा है। छात्रों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन विवि प्रशासन शिकायतों के बाद भी लोगों को पानी मुहैया नहीं कर रहा है।
छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। छात्र के बेहोश होने से भड़के छात्रओँ ने दो घंटे तक जाम लगा रखा। जिससे अवागमन प्रभावित हुुआ। पुलिस और एसएफआई कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।