नई दिल्ली. तक़रीबन तीन महीने पहले ही देश की दो बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन और आइडिया के बीच विलय हुआ था. लेकिन इस विलय के बाद भी यह दोनों कंपनियों अपने घाटे से उबार नहीं पा रही है और इस विलय के बाद भी कंपनी के राजस्व में होने वाला घोटाला जारी है.
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आईडिया-वोडाफोन के व्यापारिक आकड़ों से जुड़ी हाल ही में सामने आई एक रिपोर्ट में दावा किया गया है की इस कंपनियों को विलय होने के बाद की पहली तिमाही में ही 4,973 करोड़ का घाटा हुआ है. दरअसल पिछले दो सालों में देश में रिलायंस के जिओ वेंचर ने टेलिकॉम मार्किट में बहुत तेजी से पैर पसारे है. इस कंपनी ने बहुत तेजी से भारतीय टेलिकॉम मार्किट पर कब्जा किया है और इस वजह से देश की अन्य टेलिकॉम कंपनियों को बहुत कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है और कई कम्पनियाँ घाटे में जाने लगी है.
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इस घाटे से उबरने के लिए ही इन आईडिया और वोडाफोन ने भी तक़रीबन तीन महीने पहले 31 अगस्त, 2018 को आपस में विलय किया था. लेकिन इस विलय के बाद भी कंपनी को मात्र तीन महीने में 4,973 करोड़ रूपए के नुकसान हुआ है. हालाँकि कंपनी ने इस घाटे के बाद भी अगली तिमाही में 25,000 करोड़ रुपये के फंड के निवेश करने की घोषणा की है.
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