नई दिल्ली : 1 दिसंबर देशभर में बेहद अहम है। यह दिन युवाओं के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है। अजी यह दिन विश्व एड्स दिवस के लिए तो जाना जाता है लेकिन इन दिनों यह दिन नोटबंदी के चलते और भी अहम हो गया है। हां, जी, आज वर्ष के अंतिम माह की पहली तारीख जो है। लोगों को कड़क - कड़क नए नोट मिलने की उम्मीद बंधी है। ऐसे में भारतीस सेना ने भी बैंक कर्मचारियों की मदद करने का काम हाथ में ले लिया है।
वायु सैनिक और भारतीय सेना के कर्मचारी बैंककर्मियों को नोट पहुंचाने और बैंकिंग के कार्य में अपने स्तर का सहयोग देने में लगे हैं। देश की 4 बैंक नोट प्रेस से देश के बैंक्स में पैसा पहुंचाया जा रहा है। देवास स्थित बीएनपी में भी धड़ाधड़ नोट छप रहे हैं लेकिन इन नोट्स की खपत भी अधिक हो रही है। ऐसे में तेज़ी से कार्य किया जा रहा है और नोट्स को बैंक्स तक पहुंचाया जा रहा है।
देवास की बीएनपी से भी नोट वायुसेना के विमानों से जा रहे हैं। हालात ये हैं कि नोट्स को बैंक और एटीएम तक पहुंचाने में करीब 200 सेनिक कार्य कर रहे हैं। हालांकि कुछ संस्थानों ने वेतन चुकता करने के लिए अपने कर्मचारियों के अकाउंट खुलवाए हैं तो कुछ संस्थान अकाउंट्स में सेलरी जमा कर का कार्य कर रहे हैं मगर फिर भी नकदी के तौर पर सेलरी पाने वाले लोग बड़े पैमाने पर हैं।
दूसरी ओर एटीएम और बैंक से नोट निकालने वालों की कतार लगी है। गौरतलब है कि बैंक ने एक सप्ताह में 24 हजार रूपए निकालने की अनुमति लोगों को उपलब्ध करवाई है। ऐसे में पहली तारीख पर बैंक में खासा दबाव होने की उम्मीद है माना जा रहा है कि पेंशनर्स भी बैंक में नकदी निकालने के लिए उमड़ सकते हैं।
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