जबलपुर। जिले के हनुमान तालाब में सैकड़ों पक्षियों की एक साथ मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने इस बात की जानकारी वन विभाग की टीम को दी। मौके पर पहुंच कर लोगों की मदद से पक्षियों को तालाब से बाहर निकाला। वन विभाग की टीम जांच में जुटी हुई है कि अचानक कैसे पक्षियों की एक साथ मौत हो गई।
मनीष नामदेव का कहना है कि जब वह हनुमान तालाब के किनारे घूम रहे थे। उसी दौरान उन्होंने तालाब में पड़े हुए मृत पक्षियों को देखा। जिसकी सूचना उसने वन विभाग को दी। वन विभाग की टीम और नगर निगम मौके पर पहुंची। नगर निगम के कर्मचारियों ने नाव की सहायता से तलाब में पड़े मृत पक्षियों को बाहर निकाला और फिर कचरा गाड़ी में डालकर ले गए।
पक्षी विशेषज्ञ का कहना है कि पक्षी ग्रे हॉर्नबिल रेड रपेड शालों और गौरैया प्रजाति के हैं। यह आमतौर पर पाए जाने वाले स्थनीय पक्षी है जो कि बड़ी संख्या में तालाब और नदियों के किनारे पाए जाते। इन दिनों इनका ब्रीडिंग सीजन भी चल रहा है ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत हो जाना बहुत ही दुखद है। यह पक्षी प्रकृति में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। तलाब का पानी दूषित होने की वजह से पक्षियों की मौत हो सकती है इस बात की आशंका जताई जा रही है।
हनुमान तलाब के घाटों पर घर,मंदिरों से निकाले गए पूजा की सामग्री, पॉलिथीन, तेल के दीए का विसर्जन हमेशा से किया जा रहा है जिसकी वजह से तालाब के पानी से दुर्गंध आने लगी है। हजारों छोटी मछलियां भी मृत पाई गई इससे पानी के विषैला होने का अंदाजा लगाया जा रहा है।
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