कभी परीक्षा के बीत जाने के बाद छात्रों को परिणाम संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं, तो कभी परीक्षा के दौरान ही संस्थानों की लापरवाही देखने को मिलती हैं. इसी तरह की एक बड़ी लापरवाही पीजी की कक्षाओं के दौरान देखने को मिली है. पीजी की परीक्षा गत 29 नवम्बर को प्रारम्भ हो गई है. परन्तु उसमे छात्रों को अब उनके फॉर्म सम्बंधित रिजेक्शन लैटर पहुंच रहे हैं. जिस कारण छात्रों को परीक्षा से वंचित रहना पड़ा था, उन्हें परीक्षा हॉल में बैठने की अनुमति नहीं दी गई.
सैकड़ों ऐसे छात्र हैं, जिनके परीक्षा फार्म गलतियों के कारण रिजेक्ट हो गए थे. ऐसी स्थति बनने पर अब उन्हें रिजेक्शन लेटर भेजे जा रहे हैं. बल्कि नियम के मुताबिक़ यह लेटर छात्रों को 15 दिन पहले मिलने चाहिए थे, जिससे वह दोबारा से इसे भरकर आसानी से परीक्षा दे सके. विवि प्रशासन पर अारोप है कि इस बार फार्म में करेक्शन करने का समय ही छात्रों को नहीं दिया गया. बिना तैयारियों के ही परीक्षा शुरू कर दी गई.
छात्रों का कहना...
स्टूडेंट राधिका, राकेश, सुनील और विवेक का कहना है कि पीजी की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं. उन्हें वीरवार को लैटर मिला की उनका फार्म रिजेक्ट हो गया है. प्रदेश भर में एेसे सैंकड़ों छात्र है, जिनके फार्म रिजेक्ट हुए है. उन्हें अब बताया जा रहा है कि वे परीक्षा नहीं दे सकते हैं. ऐसे में छात्रों का पूरा साल बर्बाद हो गया है. परीक्षा हॉल के लगाई गई कट अाफ लिस्ट में भी नाम नहीं हैं. उनका कहना है कि छात्रों से फार्म भरते हुए गलतियां हो जाती है, इसकी सूचना प्रशासन को जल्द से जल्द देनी चाहिए. ताकि वे समय पर फार्म को पूरा भरकर दे सके. इस तरह से परीक्षा शुरू होते ही लेटर भेजना ठीक नहीं हैं.
ये भी पढ़ें-
IBPS 2017: ऑफिसर स्केल, मेन एग्जाम के स्कोर कार्ड घोषित
इस तरह करें इंटरव्यू के सवालो का सामना
शिक्षा को लेकर CAG ने किया बड़ा खुलासा
जॉब और करियर से जुडी हर ख़बर न्यूज़ ट्रैक पर सिर्फ एक क्लिक में, पढिये कैसे करे जॉब पाने के लिए तैयारी और बहुत कुछ