विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 27 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे एक इंस्टेंट लोन ऐप से 2000 रुपये का कर्ज लेने के लिए प्रताड़ना का सामना करना पड़ रहा था। बताया गया है कि इस युवक की शादी को महज 47 दिन ही हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने बताया, नरेंद्र नामक यह युवक मछली पकड़ने का काम करता था, किन्तु बीते दो महीनों से खराब मौसम के कारण वो काम नहीं कर पाया। इससे उसकी आर्थिक स्थिति बिगड़ गई, जिसके कारण उसे परिवार की जरूरतों को पूरा करने में कठिनाई महसूस होने लगी। ऐसे में उसने एक इंस्टेंट लोन ऐप से 2000 रुपये का कर्ज लिया। पहले तो उसने कंपनी को कर्ज की मूल राशि चुका दी, मगर बाद में ऐप के कर्मचारियों ने उसे ब्याज की भारी रकम चुकाने के लिए परेशान करना शुरू कर दिया।
नग्न तस्वीर की वायरल
बताया जा रहा है कि लोन ऐप के कर्मचारियों ने नरेंद्र को लगातार धमकी दी तथा उससे ब्याज की बड़ी राशि की मांग की। जब नरेंद्र ने उनसे कहा कि वह ब्याज की राशि चुका पाने में असमर्थ है, तो कंपनी ने उसे मानसिक रूप से उत्पीड़ित करना शुरू कर दिया। एक दिन, ऐप के कर्मचारियों ने नरेंद्र और उसकी पत्नी की एक नकली नग्न तस्वीर तैयार की तथा इसे ब्लैकमेलिंग के रूप में उन्हें भेजा। इस तस्वीर को न सिर्फ उनके दोस्तों के साथ साझा किया गया, बल्कि सोशल मीडिया पर भी फैलाया गया।
नरेंद्र को यह मानसिक उत्पीड़न सहन करना बहुत कठिन लगा। उसे लगा कि इस बदनामी और अपमान से वह उबर नहीं पाएगा तथा इस वजह से वह निरंतर तनाव और चिंता में घिरा हुआ था। उसने इस पूरी स्थिति को किसी से साझा करना भी मुश्किल समझा, जिससे उसकी मानसिक स्थिति और भी बिगड़ गई। इस उत्पीड़न के कारण वह बुरी तरह प्रभावित हुआ और शनिवार को उसने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने इस मामले की तहकीकात शुरू कर दी है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। पुलिस की प्राथमिक तहकीकात में यह पता चला है कि लोन देने वालों ने मानसिक उत्पीड़न करने के लिए इस तरह की तस्वीरों का इस्तेमाल किया। अब यह सवाल उठ रहा है कि ऐसे साइबर अपराधियों पर लगाम कसने के लिए क्या ठोस कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने न केवल विशाखापत्तनम, बल्कि पूरे देश में इंस्टेंट लोन ऐप्स और ऑनलाइन उधारी के तरीकों के बारे में सवाल उठाए हैं। इस तरह के लोन ऐप्स द्वारा लोगों को मानसिक और वित्तीय उत्पीड़न का सामना करने की वजह से आत्महत्या जैसी घटनाएं बढ़ सकती हैं, जो समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और समाज को इस प्रकार के अपराधों से बचने के उपायों के बारे में बताना चाहिए।