हैदराबाद : शहर के खैरताबाद गणेश पंडाल में काफी जगमगाहट देखने के लिए मिली. वहीं इस दौरान यहाँ तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो गई. जी दरअसल पुलिस ने गणेश पंडाल में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए भक्तों को आने की अनुमति नहीं दी. वहीं इस दौरान गणेश उत्सव समिति के सदस्य इन्हीं आदेशों का पालन कर रहे थे. इसी बीच इस बारे में घोषणा की गई कि भक्तों को पंडाल में नहीं आना है और वह सड़क पर ही रुक जाए और वहीं से गणपति बप्पा के दर्शन कर लें.
इस बीच पंडाल में भक्तों का आने से रोकने के लिए बाहर से रस्सियां भी लगा दी गई. इसी बीच समिति के सदस्यों के आदेश को बजरंग दल के सदस्यों ने नहीं माना. वह इस पर विरोध करने लगे. इसके आलावा उन्होंने इस विषय को लेकर चिंता भी व्यक्त की. जी दरअसल बजरंग दल के प्रदर्शनकारियों ने गणेश के सामने से पर्दा हटा देने के लिए समिति पर प्रभाव डाला और इस दौरान सभी इसके खिलाफ प्रदर्शन करने लगे. वहीं इस बारे में जैसे ही पुलिस को सूचना मिल गई वैसे ही वह वहां पहुंच गई. उसके बाद संबंधित प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के प्रयास में पुलिस लग गई. इसी बीच, दोनों गुटों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
वैसे तो हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि खैरताबाद में गणेश मूर्ति को स्थापित किया गया है. यहाँ पर स्थानीय विधायक दानम नागेंदर और उनकी पत्नी ने भगवान गणेश की पहली पूजा की. वहीं विधायक ने गणपति को दस किलो चांदी भी भेंट चढ़ाई. वैसे उनसे पहले पद्मशाली संघ ने भगवान गणेश को रेशमी वस्त्र चढ़ाये थे. इसके अलावा मिली जानकारी के मुताबिक इस बार धन्वंतरि नारायण महागणपति के रूप में स्थापित किया गया है और आंध्र प्रदेश के तापेश्वरम सुरूचि फूड्स की तरफ से तैयार हुआ 100 किलोग्राम लड्डू प्रसाद को गणेश जी के हाथों में दिया गया है.
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