शामली: यूपी के शामली में कलेक्टर से मिलने पहुंचे किसान ने फरियाद करते हुए कहा कि मैं जिंदा हूं, मेरी जमीनें वापस करा दो। किसान ने बोला कि लेखपाल ने मुझे कागजों में मृत दर्शाकर मेरी जमीन छीन ली है। इस मामले में किसान की फरियाद सुनकर शामली की कलेक्टर ने तहकीकात के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस गलती को जल्द सुधारा जाएगा। प्राप्त खबर के मुताबिक, कुडाना के रहने वाले किसान जयपाल सिंह कलेक्टर दफ्तर पहुंचे एवं कलेक्टर से कहा कि 'मैं जिंदा हूं मुझे जीवित कर दो'।
बता दें कि यह मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के गांव कुडाना का है। यहां के निवासी वृद्ध किसान जयपाल सिंह मलिक कलेक्ट्रेट पहुंचे एवं कलेक्टर से कहा कि 'मैं जिंदा हूं, मुझे जीवित कर दो।' दरअसल, किसान जयपाल सिंह का आरोप है कि गांव में स्थित जमीन चक संख्या 262 को चकबंदी विभाग के लेखपाल एवं सहायक चकबंदी अफसर ने रिश्वत लेकर उसे मृत दिखा दिया। तत्पश्चात, फर्जी विरासत के आधार पर उस जमीन को ग्रामीण सुभाष के नाम कर दिया गया। उस जमीन को सुभाष ने अपने नाम पर होते ही किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया।
वही किसान का कहना है कि अब उसके पास न तो जमीन है एवं न ही वह चकबंदी विभाग के कागजों में वह जिंदा है। वह कई महीने चकबंदी विभाग व अन्य कार्यलयों के चक्कर काट-काटकर परेशान हो चुका है। किसान जयपाल सिंह ने शामली कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर जसजीत कौर से मुलाकात की एवं उनसे मामले की शिकायत की। किसान जयपाल सिंह का कहना है कि मेरी एक बीघा जमीन दूसरे के नाम खसरा खतौनी में चढ़ा दी एवं मुझे मृत दिखा दिया। तत्पश्चात, वह जमीन बेच दी गई। मैं मुजफ्फरनगर में मजिस्ट्रेट कोर्ट में पहुंचा तो उन्होंने मेरे कागजात देखे तो वे हैरान हो गए तथा मुझे अदालत में मजिस्ट्रेट ने बैठा लिया कि जब तुम मर चुके हो, तो जिंदा कैसे हो। किसान ने कहा कि मैं कलेक्टर के पास गुहार लगाने के लिए शामली आया हूं कि मुझे कागजों में जिंदा करो एवं मेरी जमीन वापस दिलाओ। शामली कलेक्टर जसजीत कौर का कहना है कि कुडाना से एक किसान मेरे पास आए हैं, जिन्होंने शिकायत की है कि लेखपाल ने कागजों में उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस मामले की तहकीकात करवाकर उनको कागजों में जिंदा कराया जाएगा। एक ही नाम दो-दो व्यक्ति हो जाने की वजह से यह गलती हुई है। इस गलती को सुधारने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जल्द ही कागजों में सुधार कर दिया जाएगा।
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