उज्जैन: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने धार्मिक नगरी उज्जैन में कहा कि मैं किसी जाति या मजहब का विरोधी नहीं बल्कि लैंड जिहाद के खिलाफ हूं. वक्फ बोर्ड पर कोई कानूनी शिकंजा होना चाहिए साथ ही सनातनियों को भी अब जागरूक होने की जरुरत है. मध्यप्रदेश के सीएम डॉ. मोहन यादव के पिता पूनमचंद यादव के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी तथा मृत आत्मा की मुक्ति की कामना की। शोक संतप्त यादव परिवार को सांत्वना देने के पश्चात्, धीरेंद्र शास्त्री ने मीडिया से बातचीत की तथा स्पष्ट किया कि उनका विरोध जात-पात या मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि लैंड जिहाद के खिलाफ है।
उन्होंने बताया कि 21 नवंबर से शुरू होने वाली अपनी यात्रा के दौरान वह उन लोगों के पास पहुंचेंगे जो पिछड़े और बिछड़े हुए हैं। ये लोग उनके पास नहीं आ पाते, इसलिए वह सनातन के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए स्वयं उन तक पहुंचेंगे और उन्हें गले लगायेंगे। उन्होंने भारत को भव्य बनाने का संकल्प लिया है तथा इसी उद्देश्य से वह यह यात्रा शुरू कर रहे हैं। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि देश में सबसे बड़ी समस्या भेदभाव, छुआछूत एवं जात-पात बन गई है। वर्तमान में लोग हिंदुस्तानी नहीं बल्कि विभिन्न वर्गों और संप्रदायों में बंटे हुए हैं। इसलिए, वह इस यात्रा के जरिए पक्षपात, छुआछूत और जात-पात को जड़ से मिटाने का प्रयास करेंगे। वक्फ बोर्ड के बारे में उन्होंने कहा कि वह जमीनों पर कब्जा कर रहा है, जो कि अत्यंत धूर्तता और मूर्खतापूर्ण है।
उन्होंने यह भी कहा कि जमीनों पर कब्जा करने की प्रक्रिया तुरंत रोकी जानी चाहिए तथा वक्फ बोर्ड पर कानूनी शिकंजा कसना चाहिए। धीरेंद्र शास्त्री ने बाबा महाकाल से यही कामना की कि जल्द ही सनातनी जागरूक हों। इस के चलते सीएम डॉ. मोहन यादव के निवास पर बड़ी संख्या में भाजपा नेता भी मौजूद थे, तथा इंदौर से बीजेपी के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय भी उज्जैन पहुंचे थे।
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