भोपाल: मध्य प्रदेश के बुधनी विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर अब राजनीति चरम पर पहुंच गया है. दरअसल, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान ने एक चुनावी रैली में कुछ ऐसा बोल दिया कि उनके बयान को लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम ने उन्हें नसीहत दे दी. हालांकि अब कार्तिकेय सिंह ने पलटवार किया है.
दरअसल, एक चुनावी सभा में कार्तिकेय सिंह चौहान कहते हुए दिखाई दे रहे हैं, "अगर किसी तरह से कांग्रेस का विधायक चुन लिया जाता है तो गांव में एक ईंट भी नहीं लगेगी।" उन्होंने सरपंच से कहा, "उन्नीस बीस हुआ तो आप समझिए किसका नुकसान होगा। हम अपने पैरों पर क्यों कुल्हाड़ी मारें? यदि कांग्रेस का विधायक जीत गया, तो हम किस मुंह से मुख्यमंत्री या कृषि मंत्री से काम करवाने जाएंगे?"
दिग्विजय सिंह ने दी नसीहत
इस वीडियो को साझा करते हुए दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर कार्तिकेय को नसीहत दी। उन्होंने लिखा, "कार्तिकेय, अभी से इस प्रकार का भाषण न दो। अपने पिता @ChouhanShivraj जी से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष मिलकर भारत के निर्माण में सहयोग करते हैं। मैंने 10 वर्षों तक सीएम रहते हुए कभी ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं किया।" दिग्विजय सिंह ने पंचायत राज कानून का हवाला देते हुए कहा कि निर्माण कार्य की जिम्मेदारी सरपंच की होती है, न कि विधायक की। साथ ही उन्होंने कार्तिकेय को याद दिलाया कि वे न तो सरपंच हैं और न ही विधायक। दिग्विजय ने कहा, "आप मेरे पुत्र नहीं, पौत्र समान हैं। यह मेरी राय है, मानें या न मानें, यह आप जानें।" उन्होंने कार्तिकेय को सलाह दी कि वे चुनावी मंच से मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करें तथा अपने पिता से सीखें, जो लोकतंत्र की मर्यादा का पालन करते आए हैं।
कार्तिकेय ने किया पलटवार:-
दिग्विजय सिंह की नसीहत पर कार्तिकेय ने कहा, "मैं दिग्विजय सिंह का सम्मान करता हूं. मुझे वास्तव में गर्व है कि वह मुझे और मेरी टिप्पणियों का बारीकी से देखते हैं। जहां तक उनकी (सिंह की) और कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों का सवाल है, वे केवल भय पैदा करते हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि बुधनी के लोग आपके 10 वर्षों के शासन से डरते हैं, जब आपने राज्य को विनाश के कगार पर छोड़ दिया था। लोग गड्ढों से भरी सड़कों और बिजली कटौती से डरते हैं। लोग आपके शासन से डरते हैं। हम आपसे (दिग्विजय सिंह) सीखना चाहते थे, मगर आपने अपने 10 साल के शासन में कभी कुछ नहीं किया।’’
बता दे कि कार्तिकेय का नाम बुधनी उपचुनाव के लिए संभावित प्रत्याशी के रूप में चर्चा में था, हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव को चुना, जो कांग्रेस के रामकुमार पटेल का मुकाबला करेंगे। बुधनी के अतिरिक्त श्योपुर जिले के विजयपुर में भी उपचुनाव होगा। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।
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