टीवी के चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस की मशहूर प्रतियोगी अर्चना गौतम को आज हर कोई जानता है, मगर एक समय था जब वो अपनी पहचान बनाने के जूझ रही थीं. इसमें अड़चन बनी गई थी अर्चना की आवाज और अंग्रेजी. अक्सर ही अर्चना गौतम की आवाज और अंग्रेजी की जानकारी ना होने का मजाक बनाया जाता है. अर्चना काम के लिए दर दर भटकी हैं, उन्होंने 80 से अधिक ऑडिशन दिए, स्वयं अपनी फीस को कम किया जिससे काम मिलता रहे.
बावजूद इसके उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा था. अर्चना ने बताया कि वो एक बार खुदखुशी करने के लिए छत पर जाकर खड़ी हो गई थीं. अर्चना ने कहा- मैंने छत पर खड़े अपने में सोच लिया था कूदूंगी, सिर फट जाएगा और काम खत्म. मगर एक दूध की थैली ने मुझे बचा लिया. क्योंकि इसके बाद जो पहली चीज मन में आई...दूध की थैली कौन लाएगा, किराया कौन देगा, मां के पास तो पैसे है ही नहीं.
अर्चना ने बताया कि एक्ट्रेस के अंदर बहुत डिप्रेशन होता है. डूबते सूरज के पास दुनिया नहीं जाना चाहती. फिर चार दिन पश्चात मैंने सुशांत सिंह राजपूत के बारे में सुना था. अर्चना ने बताया कि वो बालाजी टेलिफिल्म्स का एक साड़ी शूट मिला था, वो मुझे निकाल रहे थे. इसे करते रहने के लिए मैंने उनसे रिक्वेस्ट की थी. अर्चना ने कहा कि इस दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है. कोई है तो वो पेरेंट्स है. इसलिए अपने ऊपर भरोसा रखना बहुत आवश्यक है.
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