भिंड: मध्य प्रदेश के भिंड से कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। 2019 में कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार रहे देवाशीष जरारिया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। देवाशीष जरारिया ने अपना त्याग पत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजा है। एक न्यूज़ चैनल से बातचीत के चलते देवाशीष जरारिया ने बताया, मेरा भविष्य चौपट कर दिया। मुझे दिल्ली से यहां लेकर आए। मैं दिल्ली में अच्छी भली LAW की पढ़ाई कर रहा था। यहां लाकर मुझे 5 वर्ष क्षेत्र में काम करने को कहा। मेरा टिकट काट दिया। मुझे संगठन में भी कोई जिम्मेदारी नहीं दी गई। हमारे ही समाज की निशा बागरे का भविष्य भी कांग्रेस ने चौपट कर दिया। मुझे अन्य जगहों से ऑफर है। जल्दी ही इस बारे में प्रेस वार्ता आयोजित करके जानकारी दूंगा।
दरअसल, बुधवार को देवाशीष ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के पत्र में देवाशीष जरारिया ने इस बात का जिक्र किया है कि पार्टी ने उन्हें हाशिए पर धकेल दिया है, इसलिए उन्हें यह कठोर फैसला लेना पड़ रहा है। देवाशीष अपनी चिट्ठी में लिखते हैं, मुझे वर्ष 2019 में पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था, हार के बाद भी वह निरंतर क्षेत्र में लोगों के बीच बने रहे तथा कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने का काम किया। इस के चलते कई चुनाव हुए और उन्हें पार्टी की ओर से यही विश्वास दिलाया गया कि लोकसभा चुनाव में उन्हें टिकट दिया जाएगा, किन्तु लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया है। इसके अतिरिक्त उन्हें संगठन में भी जिम्मेदारी की देने की बात की गई थी, किन्तु वह जिम्मेदारी भी नहीं दी गई है।
वही इतना ही नहीं, कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार द्वारा उन्हें किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जा रहा है। देवाशीष ने चिट्ठी में लिखा है कि कांग्रेस में नेताओं ने उनकी राजनीतिक हत्या की जिम्मेदारी ले रखी है तथा उन्हें दूध में पड़ी मक्खी की भांति निकाल कर फेंक दिया गया है। इसके अतिरिक्त देवाशीष लिखते हैं कि कांग्रेस में जो भितरघात करता है, उसी को सबसे अधिक पूछा जाता है। जरारिया ने कांग्रेस पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा है कि पार्टी में दलितों, आदिवासियों, महिलाओं एवं पिछड़ों के सम्मान और अधिकार की बात करती है, मगर उन्हीं के अधिकार पर डाका डाल दिया है।
पूर्व लोकसभा उम्मीदवार देवाशीष ने चिट्ठी में लिखा है, कांग्रेस की कथनी एवं करनी में समानता नहीं है, दलित समाज सिर्फ उपयोग करने और फेंक देने के लिए है। पूरे राज्य में कांग्रेस ने केवल एक महिला उम्मीदवार को टिकट दिया है, जबकि OBC की जातिगत जनगणना की बात करने वाली पार्टी ने 29 में से केवल 5 सीटों पर OBC को टिकट दिया है। इसके साथ ही जरारिया ने चिठ्ठी में लिखा है, कि दलितों आदिवासियों महिलाओं एवं OBC वर्ग की हिस्सेदारी पार्टी के अंदर नहीं दे सकते हैं तो जनता कांग्रेस पर कैसे भरोसा करेगी। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के लिए लिखा है कि पार्टी की कोई नीति रीति नहीं है और न ही कोई इच्छा शक्ति है, इसलिए वे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहे हैं। अनुमान यह लगाए जा रहे हैं, कि देवाशीष BSP का दामन थाम कर भिंड लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं।
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