बैंगलोर: कर्नाटक के पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार (30 जनवरी) को चुनावी राजनीति से अलग होने की घोषणा कर दी। प्रेस वार्ता के दौरान येदियुरप्पा ने कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और न ही भविष्य में उनकी कोई चुनाव लड़ने का इरादा है। येदियुरप्पा ने आगे कहा कि, मैं अभी 80 साल का हूं। मैं चुनाव नहीं लड़ सकता। हालांकि, बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि वह सक्रिय राजनीति में बने रहेंगे।
बता दें कि कर्नाटक नें मई तक विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पार्टी में येदियुरप्पा की अहमियत बढ़ रही है। वे पार्टी के केंद्रीय संसदीय समिति के सदस्य भी हैं। लिंगायत समुदाय का समर्थन येदियुरप्पा के साथ है। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य 2024 में मोदी सरकार को सत्ता में वापस लाना है। माना जा रहा है कि येदियुरप्पा पार्टी में अपने पुत्र बीवाई विजयेंद्र के लिए बेहतर हालात के लिए कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने पहले ऐलान किया था कि विजयेंद्र शिकारीपुरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे, जिसका वे प्रतिनिधित्व करते हैं। बाद में उन्होंने कहा कि पार्टी इस पर आखिरी फैसला लेगी। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पार्टी के भीतर कई लोग हैं, जो येदियुरप्पा का सम्मान नहीं करते। हालांकि, उनकी इस घोषणा से सियासी गलियारों में हलचल जरूर मच गई है।
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