कोलकाता: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, जिसमें भारतीय तिरंगे को पायदान के रूप में इस्तेमाल होते हुए दिखाया गया है। इस तस्वीर में दावा किया गया था कि यह ढाका यूनिवर्सिटी के बाहर की तस्वीर है, जहां छात्र भारतीय ध्वज को रौंद रहे हैं। यह तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गई, जिससे लोगों में गुस्सा और आक्रोश फैल गया।
इसके बाद, कोलकाता के एक वरिष्ठ डॉक्टर, इंद्रनील साहा का पोस्ट सामने आया। उन्होंने इस तस्वीर को देखकर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और लिखा कि ढाका के बीयूईटी विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार पर भारतीय तिरंगे को पायदान के रूप में बिछाया गया है। इसके बाद, उन्होंने ऐलान किया कि अब से वह बांग्लादेशी मरीजों को अपने चैंबर में नहीं देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए पहले देश की इज्जत है, फिर पैसे की कमाई।
हालांकि, इस वायरल तस्वीर के बारे में पूरी जानकारी साफ नहीं है। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि क्या वाकई विश्वविद्यालय ने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को पायदान के रूप में इस्तेमाल किया था या यह सिर्फ एक गलत जानकारी फैलाने की कोशिश थी। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को लेकर विभिन्न तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन तस्वीर के वास्तविकता की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है।
इस घटना ने भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते तनाव को और हवा दी है, खासकर तब जब बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों की खबरें सामने आ रही हैं। ऐसे में इस तरह की तस्वीरें और बयान दोनों देशों के रिश्तों पर असर डाल सकते हैं और समुदायों के बीच और अधिक दूरी पैदा कर सकते हैं।