लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक शादीशुदा महिला के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में मौलवी नसीम, महताब और गफ्फार को गिरफ्तार किया है। घटना के अनुसार, महिला का शौहर फिलहाल किसी मामले में तिहाड़ जेल में बंद है, और आरोप है कि मौलवी नसीम ने उसे झाड़-फूंक के जरिए पति को जेल से छुड़ाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसाया। पीड़िता का विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई।
जानकारी के मुताबिक, घटना बागपत के सिंघावली इलाके के एक गांव की है। पीड़िता के पति का एक परिचित, गफ्फार, जो हाल ही में तिहाड़ जेल से रिहा हुआ था, ने उसे मौलवी नसीम का पता दिया। गफ्फार ने दावा किया कि मौलवी नसीम की झाड़-फूंक के चलते वह जेल से बाहर आ सका था। इसी बात पर भरोसा करके महिला ने नसीम से संपर्क किया और अपने पति को छुड़ाने की गुहार लगाई।मौलवी नसीम ने महिला को अपने पास बुलाया और झाड़-फूंक के बहाने महताब के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया। जब महिला ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने उसकी पिटाई भी की। इस घटना के बाद पीड़िता ने गफ्फार को मौलवी की करतूत बताई, लेकिन गफ्फार ने महिला का साथ देने के बजाय नसीम का पक्ष लिया।
पीड़िता ने इन तीनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मौलवी नसीम, महताब और गफ्फार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने बुधवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच जारी है। यह घटना उन भोले-भाले लोगों के लिए एक चेतावनी है जो अंधविश्वास और झूठे झांसों के चलते ऐसे अपराधियों के चंगुल में फंस जाते हैं। कानून और न्याय व्यवस्था में भरोसा रखना ही सही रास्ता है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।