नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में तीस हजारी कोर्ट के परिसर में जिस तरह पुलिस और वकीलों के बीच हिंसक झड़प हुई, उसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। दिल्ली के बाद देश के अन्य इलाकों में भी कुछ ऐसी ही घटनाएं देखने को मिली, जो हर किसी को आश्चर्य में डाल रही है। वकीलों के द्वारा पुलिसवालों को पीटे जाने की घटनाएं होने से अब देश के कई IPS ने आवाज़ उठाई है और अपना पक्ष सबके समक्ष रखा है।
IPS असलम खान ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए ‘हम पुलिसवालों के साथ हैं’ हैशटेग को पोस्ट किया। जो ट्वीट रिट्वीट किया गया उसमें लिखा गया कि हमारे भी ह्यूमन राइट्स हैं, हमें भी सुनना चाहिए। जब तक इल्जाम साबित ना हो तब तक बेगुनाह का नियम हर किसी पर लागू होना चाहिए। IPS सागर प्रीत हुड्डा ने भी अपने ट्विटर पर इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने लिखा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, यदि कोई गुंडागर्दी करता है तो उसे भी सजा दी जानी चाहिए, फिर चाहे वो वकील ही क्यों ना हो।
उन्होंने आगे लिखा कि तीस हजारी कोर्ट में हुई घटना ने हर किसी को हैरान कर दिया है। अब समय आ गया है कि वकील कानून को पढ़ें। सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले IPS अरुणाचल प्रदेश के DIGP मधुर वर्मा ने साकेत के बाहर की घटना का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि हमें माफ करें, हम पुलिस हैं, हमारा कोई परिवार नहीं है, हमारे लिए कोई मानवाधिकार नहीं हैं।
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