नई दिल्ली: गत वर्ष अगस्त में जम्मू-कश्मीर से संविधान की धारा 370 को हटाने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ IAS के पद से इस्तीफा देने वाले कन्नन गोपीनाथ को फिर से नौकरी ज्वॉइन करने का प्रस्ताव मिला है. किन्तु उन्होंने सरकार द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. कन्नन गोपीनाथ ने इस घटनाक्रम की जानकारी एक ट्वीट के जरिए दी है.
कन्नन गोपीनाथ ने सरकार की ओर से मिले पत्र को साझा करते हुए बताया कि, 'सरकार की ओर से एक पत्र मिला है. मुझे फिर से आईएएस के रूप में ज्वॉइन करने के लिए कहा गया है, किन्तु मैं कोरोना वायरस की इस महामारी के खिलाफ इस जंग में तन, मन, धन से अपनी सेवाएं दूंगा. मेरा यह काम एक स्वतंत्र और जिम्मेदार नागरिक के तौर पर होगा, किसी IAS अधिकारी के रूप में नहीं.'
कन्नन गोपीनाथ ने फिर नौकरी ज्वॉइन करने के प्रस्ताव पर सरकार को दिए जवाब के सम्बन्ध में भी जानकारी दी. उन्होंने लिखा कि, 'मेरे इस्तीफे को लगभग आठ महीने हो गए हैं. सरकार को अधिकारियों और लोगों का केवल उत्पीड़न करना आता है. मुझे पता है कि वे मुझे और परेशान करना चाहते हैं. लेकिन फिर भी मैं इस संकट की घड़ी में सरकार के लिए स्वयंसेवक के तौर पर दादर एवं नगर हवेली और दमन दीव में अपनी सेवाएं देने का प्रस्ताव देता हूं, किन्तु IAS के तौर पर दोबारा नौकरी ज्वॉइन नहीं करूंगा.'
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