नई दिल्ली : 8 नवम्बर को जब से पीएम मोदी ने नोटबन्दी की घोषणा की है, तब से देश भर में इसको लेकर कई प्रकार की नकारात्मक बातें भी कही जा रही है इनमें सनदी लेखाकार यानी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स भी शामिल है.इसके लिए उन्हें आईसीएआई ने चेतावनी जारी की है.
इनके इस कृत्य को अनुचित मानते हुए इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने अपने सभी सदस्यों को एक परिपत्र जारी कर सभी सदस्यों को चेतावनी दी है कि वो किसी भी मंच पर केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद किए जाने की आलोचना न की जाए.नोटबंदी के खिलाफ नकारात्मक बात नहीं करें.
आईसीएआई द्वारा जारी परिपत्र में एडवाइजरी जारी कर आगाह किया है कि वो अपने क्लाइंट्स को सलाह देते वक्त देश के हित को ध्यान में रखें. नोटबंदी को लेकर सरकार की मंशा पर भी सवाल न उठाए जाएं.सभी सदस्यों को एक बार फिर सलाह दी कि किसी भी मंच पर नोटबंदी को लेकर अपनी राय देते या लिखते वक्त बेहद सजग और सावधान रहें और आईसीएआई (राष्ट्र के निर्माण में भागीदार) के सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए देश के हित में काम करें.
स्मरण रहें कि नोटबंदी की घोषणा के बाद से बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी कतारें अब भी लग रही है.अब भी लोगों को नकद की समस्या से जूझना पड़ रहा है.