दुबई : इंटरनेशनल क्रिकेट कॉउंसिल (आईसीसी) ने ‘आतंकवाद उत्पन्न’ करने वाले देशों से संबंध तोड़ने के भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की अपील को ठुकराते हुए कहा है कि इस तरह के मामलों में आईसीसी का कोई रोल नहीं है. पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवानों की शहादत के बाद बीसीसीआई ने आईसीसी को चिट्ठी लिखकर वैश्विक संस्था और उसके सदस्य देशों से आतंकियों को पनाह देने वाले देशों से संबंध तोड़ने का आग्रह किया था.
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बीसीसीआई के अधिकारी ने पीटीआई को नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि, ‘ऐसा कोई संभावना नहीं थी जो इस तरह की चीज की जाती . आईसीसी चेयरमैन ने साफ़ कर दिया है कि किसी देश को बहिष्कृत करने का निर्णय सरकार के स्तर पर किया जाना चाहिए और आईसीसी में इस तरह का कोई नियम नहीं है. बीसीसीआई को भी यह बात पता थी, किन्तु इसके बाद भी उसने कोशिश करके देखी.’
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हालांकि, बीसीसीआई के पत्र में पाकिस्तान का जिक्र नहीं था जिस पर भारत ने आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया है. यह मसला शनिवार को चेयरमैन शशांक मनोहर के नेतृत्व में हुई आईसीसी की बोर्ड बैठक में उठाया गया, किन्तु इसे अधिक समय नहीं दिया गया. कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. बोर्ड अधिकारी ने कहा है कि, ‘सदस्य देशों के इतने सारे प्लेयर पाकिस्तान सुपर लीग में खेलते हैं और वे इस तरह की अपील को कभी तवज्जो नहीं देते, हां, सुरक्षा चिंता का विषय था और इसे पूरी तरजीह दी गई है.’
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