दुबई: भारत और पाकिस्तान के बीच कभी भी मैत्री संबंध नहीं रहे हैं। वहीं हाल में भारत के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज के समझौते का उल्लंघन करने पर हर्जाने के दावे को आईसीसी की विवाद पैनल ने ठुकरा दिया। यहां बता दें कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ हर्जाने का दावा किया था। यहां बता दें कि इस तरह से लंबे समय से चले आ रहे इस विवाद में भारत की जीत हुई है।
विश्व महिला बॉक्सिंग: मैरीकॉम ने बनाई सेमीफाइनल में जगह
वहीं आईसीसी ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि बीसीसीआई के खिलाफ पीसीबी के केस को खारिज कर दिया गया है। यह निर्णय सभी पक्षों को बाध्यकारी है और इसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकती हैं। उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई द्वारा 2015 से 2023 के बीच पाकिस्तान के साथ छह द्विपक्षीय सीरीज खेलने के समझौते का सम्मान नहीं करने पर पीसीबी ने उससे 447 करोड़ रुपए के हर्जाने की मांग की थी।
पहले टी20 मैच के लिए बीसीसीआई ने घोषित की टीम
गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ सालों से क्रिकेट नहीं खेला गया है। वहीं बीसीसीआई ने कहा कि यह कथित समझौता बाध्यकारी नहीं रह गया क्योंकि आईसीसी में भारत के राजस्व शेयरिंग मॉडल को सपोर्ट करने के वादे से पीसीबी मुकर गया था। बीसीसीआई ने कहा कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज के लिए सरकार की अनुमति आवश्यक हो गई हैं। बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय ने कहा कि हमें खुशी है कि हमारा पक्ष सही साबित हुआ। पीसीबी जिसे समझौता मसौदा कह रहा था वह प्रस्ताव पत्र साबित हुआ। मैं इसके लिए बीसीसीआई की कानूनी टीम और इस मामले से जुड़े हर शख्स को धन्यवाद देता हूं।
खबरें और भी
महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच होगी फाइनल के लिए जंग
स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरुन बैनक्रॉफ्ट पर जारी रहेगा बैन
इस मामले में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली से भी आगे निकले महेंद्र सिंह धोनी