नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के (हॉट स्पॉट) सबसे प्रभावित इलाकों के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) नई गाइडलाइन जारी कर दी है. नई गाइडलाइन में इन बातों की जानकारी दी गई है कि हॉट स्पॉट में किन-किन लोगों की जांचें की जाएंगीऔर किस प्रकार से टेस्ट कराए जाएंगे.
हॉट स्पॉट में ऐसे सभी लोगों के कोरोना वायरस टेस्ट किए जाएंगे जिन्हें सर्दी, खांसी या बुखार हो. ऐसे लोगों का पहले RT PCR टेस्ट किया जाएगा और सात दिनों के उपरांत रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किया जाएगा. यदि मरीज का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आता है तो उसे 7 दिनों के लिए के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा. इस बीच यदि फिर से कोरोना वायरस के लक्षण दिखे तो उसे अस्पताल में एडमिट कराया जाएगा.
अन्य किन लोगों की जांचें संभव
- जिनमें कोरोना लक्षण दिखें और वह पिछले 14 दिनों में विदेश से भारत आए हों.
- जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया हो और उसके संपर्क में आने वाले किसी शख्स में कोरोना के लक्षण दिखाई दें ऐसे शख्स का टेस्ट किया जाएगा.
- ऐसे हेल्थकेर कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा जिनका जिनमें कोरोना ले लक्षण नज़र आएं.
- SARI (Severe Acute Respiratory Illness) के सभी रोगियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा.
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